Thailand, Myanmar Earthquake : भारत के पड़ोसी देश म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को बेहद विनाशकारी भूंकप आया। इस शक्तिशाली भूकंप से दोनों देशों की धरती कांप उठी और असर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी देखने को मिला है। भूकंप का केंद्र म्यांमार में था और इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.7 मापी गई। वहीं म्यांमार में भूकंप में अब तक लगभग 144 लोग मारे गए हैं और 732 घायल हुए हैं। म्यांमार की सेना के मुताबिक, मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।
म्यांमार में आए भूकंप से कम से कम 144 लोगों की मौत हो गई और 730 से ज्यादा लोग घायल हो गए। म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रमुख ने शुक्रवार शाम टेलीविजन पर बताया कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने कहा, "मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ने की संभावना है।" जानकारी के मुताबित म्यांमार के नाई पई ताव में 96 लोग, सैगिंग में 18 और मांडले में 30 लोग मारे गए हैं।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, भूकंप 10 किमी की गहराई पर आया था। इसके कुछ देर बाद 6.4 तीव्रता का एक और झटका महसूस किया गया। बता दें कि म्यांमार में एक के बाद एक 6 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र मांडले से करीब 17.2 किमी दूर था। भूकंप के कारण म्यांमार और थाईलैंड दोनों देशों ने इमरजेंसी का ऐलान कर दिया है। चीन की समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि म्यांमार की सीमा से लगे युन्नान प्रांत में भी तेज झटके महसूस किए गए, लेकिन वहां किसी नुकसान की खबर नहीं है।
वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शुक्रवार को म्यांमार में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद कहा कि, संयुक्त राष्ट्र दक्षिण-पूर्व एशिया में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए काम कर रहा है। गुटेरेस ने कहा, "म्यांमार सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सहायता मांगी है और म्यांमार में हमारी टीम म्यांमार के लोगों की सहायता के लिए क्षेत्र में अपने संसाधनों को पूरी तरह से जुटाने के लिए पहले से ही संपर्क में है।" उन्होंने कहा, "लेकिन निश्चित रूप से अन्य देश भी प्रभावित हुए हैं। भूकंप का केंद्र म्यांमार में है और म्यांमार इस मौजूदा स्थिति में सबसे कमजोर देश है।"