अमेरिका ने ईरान के तेल और पेट्रोकेमिकल व्यापार में मदद करने वाले लगभग 100 व्यक्तियों, एंटिटीज और जहाजों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इनमें चीन की एक स्वतंत्र रिफाइनरी शेडोंग जिनचेंग पेट्रोकेमिकल समूह और एक टर्मिनल भी शामिल है। अमेरिका के ट्रेजरी डिपार्टमेंट का कहना है कि शेडोंग जिनचेंग पेट्रोकेमिकल समूह, चीन के शेडोंग प्रांत में एक स्वतंत्र टीपॉट रिफाइनरी है। इसने साल 2023 से लाखों बैरल ईरानी तेल खरीदा है।
इसके अलावा डिपार्टमेंट ने चीन स्थित रिझाओ शिहुआ क्रूड ऑयल टर्मिनल पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। यह लानशान बंदरगाह पर एक टर्मिनल ऑपरेट करता है। डिपार्टमेंट ने कहा कि उसने ईरान के एक दर्जन से ज्यादा तथाकथित शैडो फ्लीट वैसल्स की पहचान की है, जो प्रतिबंधों से बचे हुए हैं। टैंकरों में कोंगम, बिग मैग और वॉय शामिल हैं। इन्होंने रिझाओ तक कई मिलियन बैरल ईरानी तेल पहुंचाया।
रॉयटर्स के मुताबिक, अमेरिका का मानना है कि ईरान के ऑयल नेटवर्क, तेहरान को उसके परमाणु और मिसाइल प्रोग्राम्स के लिए फंड मुहैया कराने और पूरे मिडिल ईस्ट में आतंकवादी समूहों को सपोर्ट करने में मदद करते हैं। वहीं ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। ये प्रतिबंध ऐसे समय में लगाए गए हैं, जब इजराइल और हमास ने गाजा युद्धविराम और बंधकों को छोड़ने का समझौता किया है। इस जंग में ईरान, यमन और लेबनान जैसे देश भी शामिल हो चुके हैं।
ईरान पर प्रतिबंधों का यह चौथा राउंड
अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने कहा कि यह प्रतिबंधों का चौथा राउंड है। इसके तहत प्रशासन ने चीन स्थित उन रिफाइनरियों को निशाना बनाया है, जो अभी भी ईरानी तेल खरीद रहे हैं। ट्रेजरी डिपार्टमेंट के सचिव स्कॉट बेसेंट का कहना है कि अमेरिका, ईरान की एनर्जी एक्सपोर्ट मशीन के प्रमुख तत्वों को नष्ट करके ईरान के कैश फ्लो को कम कर रहा है।
प्रतिबंधों के बाद भी तेल एक्सपोर्ट कर रहा ईरान
अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद, ईरान बड़ी मात्रा में ऑयल एक्सपोर्ट कर रहा है। ईरान के पेट्रोलियम शिपमेंट पर नजर रखने वाले संगठन यूनाइटेड अगेंस्ट अ न्यूक्लियर ईरान का कहना है कि सितंबर में ईरान का तेल निर्यात लगभग 63.2 मिलियन बैरल था। इसके साथ ही यह इस साल का नया उच्चतम स्तर छू गया। कुल निर्यात लगभग 4.26 अरब डॉलर का रहा।