Trump Tariff War: अमेरिका को महंगाई का झटका! ट्रंप का टैरिफ दिखाने लगा अपना असर

Trump Tariff War: अमेरिका में ट्रंप के बढ़े टैरिफ का असर उपभोक्ता कीमतों में दिखने लगा है। जुलाई में कोर CPI में 0.3% वृद्धि (US inflation) दर्ज हुई। अमेरिकी एक्सपर्ट चेतावनी दे रहे हैं कि ऊंचे टैरिफ से महंगाई और बढ़ेगी। जानिए पूरी डिटेल।

अपडेटेड Aug 10, 2025 पर 6:17 PM
Story continues below Advertisement
US inflation: विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका पर इंपोर्ट टैरिफ बढ़ने का असर आने वाले महीनों में और ज्यादा दिखेगा।

Trump Tariff War: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत समेत दुनिया के कई देशों पर भारी-भरकम टैरिफ लगा रखा है। इसका असर अमेरिका में उपभोक्ता कीमतों पर दिखने लगा है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई में अमेरिकी उपभोक्ताओं ने महंगाई में हल्की बढ़ोतरी महसूस की। इसकी वजह है कि खुदरा विक्रेताओं ने आयातित वस्तुओं पर बढ़े टैरिफ के असर को धीरे-धीरे कीमतों में शामिल करना शुरू कर दिया है।

अमेरिका में किन चीजों के बढ़े हैं दाम?

ब्लूमबर्ग के सर्वे में अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि कोर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) जुलाई में 0.3% बढ़ा। इसमें खाद्य और ऊर्जा कीमतें शामिल नहीं होतीं। जून में यह वृद्धि 0.2% थी। यह साल की शुरुआत के बाद सबसे तेज मासिक बढ़ोतरी होगी। हालांकि, सस्ते पेट्रोल ने हेडलाइन CPI को सीमित रखते हुए जुलाई में कुल महंगाई वृद्धि को 0.2% पर रोकने में मदद की।


उच्च अमेरिकी टैरिफ का असर घरेलू सजावट और मनोरंजन से जुड़ी वस्तुओं की कीमतों में दिखने लगा है। हालांकि, कोर सर्विस सेक्टर महंगाई फिलहाल स्थिर है। विशेषज्ञों का मानना है कि इंपोर्ट टैरिफ बढ़ने का असर आने वाले महीनों में और ज्यादा दिखेगा। यही फेडरल रिजर्व के लिए दुविधा है। वह ब्याज दरों को स्थिर रखते हुए यह आंकलन करना कि क्या टैरिफ लंबे समय तक महंगाई बढ़ा सकते हैं।

टैरिफ की मार से कैसे बचेंगे उपभोक्ता?

श्रम बाजार की रफ्तार धीमी होने के संकेतों के बीच कई कंपनियां कीमतों को लेकर संवेदनशील उपभोक्ताओं पर टैरिफ का बोझ कम करने के तरीके खोज रही हैं। शुक्रवार को जारी होने वाले जुलाई के खुदरा बिक्री आंकड़ों में मजबूत वृद्धि की उम्मीद है। इसमें वाहन बिक्री पर प्रोत्साहन और Amazon प्राइम डे जैसे ऑनलाइन ऑफर्स का योगदान रहा।

Moneycontrol Pro Panorama | Trump's remittance tax googly can hurt NRIs badly

हालांकि विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि ऊपरी सतही मजबूती को उपभोग की वास्तविक मजबूती न माना जाए, क्योंकि जून में वास्तविक आय वृद्धि में गिरावट दर्ज हुई थी। आने वाले हफ्ते में अमेरिकी फैक्ट्री उत्पादन स्थिर रहने के अनुमान हैं। वहीं, अमेरिका-चीन के बीच अस्थायी व्यापार युद्धविराम मंगलवार को समाप्त हो रहा है। इस घटनाक्रम पर भी नजर रहेगी।

ट्रंप ने भारत पर लगाया है 50% टैरिफ

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत द्वारा रूसी तेल की निरंतर और बड़े स्तर पर खरीदारी को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर जारी करके पहले 25% और फिर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाया। इससे कुल मिलाकर भारत पर 50% का कड़ा कस्टम ड्यूटी वसूला जाने लगा है। यह अमेरिका के किसी भी प्रमुख साझेदार पर लगाए गए टैरिफ में सबसे ऊंचा हो गया है।

Trump Tariff War: पलटवार की तैयारी में भारत! कुछ अमेरिकी उत्पादों पर लगा सकता है 50% तक टैरिफ

इस टैरिफ वृद्धि ने भारत के निर्यातकों में भारी चिंता पैदा कर दी है। विशेषकर जेम्स एवं ज्वैलरी उद्योगों को इसका गहरा प्रभाव झेलना पड़ सकता है क्योंकि अमेरिका भारतीय गहनों का एक बड़ा बाजार है। मुंबई के SEEPZ SEZ से 80–85% उत्पादन अमेरिका जाता है, जो करीब 50,000 लोगों को रोजगार देता है। एक्सपर्ट का मानना है कि इस टैरिफ की वजह से भारत की निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता क्षीण होगी। इससे GDP वृद्धि पर असर पड़ने की आशंका जताई गई है

Suneel Kumar

Suneel Kumar

First Published: Aug 10, 2025 6:17 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।