Trump tariffs: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि उनके भेजे गए टैरिफ लेटर्स (tariff letters) ही किसी देश के साथ ट्रेड डील (trade deal) माने जाएंगे। व्हाइट हाउस में कैबिनेट मीटिंग के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, 'एक लेटर का मतलब डील है, क्योंकि यही बेहतर तरीका है। हमें 200 देशों से डील करनी हैं।' ट्रंप ने BRICS देशों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की चेतावनी दी। साथ ही, कॉपर और फार्मा इंपोर्ट पर काफी ज्यादा टैरिफ लगाने की भी बात कही।
BRICS से जुड़े देशों को चेतावनी
ट्रंप ने एक बार फिर चेतावनी दी कि जो देश उभरते हुए BRICS समूह के साथ खड़े होंगे, उन पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। उन्होंने कहा, 'BRICS को डॉलर को कमजोर करने के लिए बनाया गया है… अगर कोई BRICS का सदस्य है, तो उसे 10% टैरिफ देना होगा।' उन्होंने दोहराया, 'The dollar is king' यानी डॉलर ही राजा है।
BRICS पांच प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं का अंतरराष्ट्रीय आर्थिक समूह है। इसमें भारत के अलावा ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। इसकी स्थापना वैश्विक वित्तीय संस्थानों में विकसित देशों के प्रभुत्व को संतुलित करने और आपसी व्यापार, निवेश और विकास सहयोग को बढ़ाने के लिए की गई थी। ट्रंप का मानना है कि BRICS डॉलर की वैश्विक हैसियत को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। यही वजह है कि उन्होंने इस पर शुल्क और सख्ती बढ़ाने के संकेत दिए हैं।
कॉपर पर 50% टैरिफ लगाने का प्लान
ट्रंप ने कहा कि वह तांबे (Copper) के आयात पर 50% टैरिफ लगाएंगे। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अन्य क्षेत्रों पर भी भारी शुल्क जल्द लगाए जा सकते हैं। कैबिनेट मीटिंग के दौरान ट्रंप ने कहा, 'आज हम तांबे पर काम कर रहे हैं। मुझे लगता है कि तांबे पर टैरिफ 50% करना चाहिए।'
ट्रंप ने कहा कि वे फार्मास्युटिकल इंपोर्ट पर भी बेहद ऊंची दर लगाने का ऐलान करेंगे, जैसे कि 200%। उन्होंने यह भी जोड़ा कि फार्मा कंपनियों को यह टैरिफ लागू होने से पहले अमेरिका में अपने उत्पाद बनाना शुरू करने के लिए लगभग डेढ़ साल का समय दिया जा सकता है।
1 अगस्त की डेडलाइन में नहीं होगा बदलाव
ट्रंप ने मंगलवार को साफ कर दिया कि अमेरिका द्वारा घोषित नए हाई टैरिफ्स 1 अगस्त से ही लागू होंगे और इसकी डेडलाइन अब आगे नहीं बढ़ेगी। उन्होंने कहा, 'अब कोई एक्सटेंशन नहीं मिलेगा। इसमें कोई बदलाव नहीं होगा।' यह बयान उस दिन आया जब एक दिन पहले उन्होंने संकेत दिया था कि तारीख को लेकर कुछ लचीलापन हो सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अप्रैल में लगभग सभी ट्रेडिंग पार्टनर्स पर 10% बेस टैरिफ लगाया था। लेकिन कुछ देशों पर अतिरिक्त शुल्क लगाए जाने की घोषणा जुलाई 9 तक रोक दी गई थी। इस सप्ताह ट्रंप ने इन टैरिफ्स को 1 अगस्त तक टाल दिया, लेकिन अब वह कह रहे हैं कि इसके बाद कोई और देरी नहीं होगी।
किन देशों को मिला है ट्रंप का टैरिफ लेटर?
ट्रंप ने सोमवार को 12 से अधिक देशों को टैरिफ लेटर भेजे। इनमें अमेरिका के करीबी सहयोगी जापान और दक्षिण कोरिया भी शामिल हैं। जापान और दक्षिण कोरिया को भेजे गए लगभग एक जैसे पत्रों में कहा गया कि उनके उत्पादों पर 25% शुल्क लगाया जाएगा।
इसके अलावा इंडोनेशिया, बांग्लादेश, थाईलैंड, दक्षिण अफ्रीका और मलेशिया जैसे देशों पर 25% से 40% के बीच शुल्क तय किया गया है। कुछ देशों के लिए अपेक्षाकृत कम टैरिफ तय किए गए हैं। जैसे लाओस और कंबोडिया। ट्रंप ने विदेशी नेताओं को भेजे गए मैसेज में चेतावनी दी कि यदि किसी देश ने इन टैरिफ्स के खिलाफ प्रतिशोध लिया, तो अमेरिका और सख्त कार्रवाई करेगा।