Bilawal Bhutto Video: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारतीय मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश में अमेरिका में अपनी इंटरनेशनल बेइज्जती करा ली। बिलावल भुट्टो के इस दावे को कि भारत में "मुसलमानों को विलेन बताया जा रहा है" एक विदेशी पत्रकार ने खारिज कर दिया। भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र (UN) के मंच से फर्जी दावा करते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत में मुसलमानों को अलग नजर से देखा जा रहा है। उन्हें आतंकी समझा जा रहा है। लेकिन उस दौरान भुट्टो के इस झूठ का एक मुस्लिम पत्रकार ने ही पर्दाफाश कर दिया।
बिलावल मंगलवार (3 जून) को न्यूयॉर्क में UN मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। इस दौरान पाकिस्तानी नेता ने आरोप लगाया कि पहलगाम आतंकी हमले का इस्तेमाल भारतीय मुसलमानों को बदनाम करने के लिए एक राजनीतिक साजिश के रूप में किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत में मुसलमानों को आतंकी की तरह पेश किया जा रहा है। भारत इजराइल से प्रेरणा ले रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कॉपी बनने की कोशिश कर रहे हैं। भारत शांति के रास्ते पर नहीं चल रहा है।"
बिलावल के इस दावे के जवाब में एक विदेशी पत्रकार ने कहा कि जहां तक उन्हें याद है, एक भारतीय मुस्लिम सैन्य अधिकारी भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर ब्रीफ़िंग कर रही थी। पत्रकार ने कहा, "भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' की ब्रीफिंग का नेतृत्व एक मुस्लिम अधिकारी ने किया था।" इस पर बिलावल भुट्टो के होश उड़ गए और वे कुछ बोल नहीं पाए। वह सिर्फ सिर हिलाने लगे।
विदेशी पत्रकार ने कर्नल सोफिया कुरैशी के संदर्भ में ये बातें कही। भुट्टो के पास इसका कोई जवाब नहीं था। पाक नेता भारत के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाने लगे। पत्रकार ने आगे कहा कि कर्नल सोफिया कुरैशी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर पूरी ब्रीफिंग की और देश के लिए प्रेरणा बनकर उभरीं।
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया था। पत्रकारों को इस ऑपरेशन की जानकारी देने के लिए भारतीय सेना ने अपने दो महिला अधिकारियों को चुना था। उनमें से एक कर्नल सोफिया कुरैशी थीं, जबकि दूसरी विंग कमांडर व्योमिका सिंह थीं। उनके साथ विदेश सचिव विक्रम मिसरी भी रहते थे।
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया। इसमें भारत ने 6-7 मई की रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ढांचों पर सटीक हमले किए।
पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया जिसका भारतीय पक्ष ने कड़ा जवाब दिया। 10 मई को दोनों पक्षों के सैन्य अधिकारियों के बीच वार्ता के बाद सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति बनी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दावा है कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान को युद्ध से रोक लिया है। हालांकि, भारत लगातार यह कहता रहा है कि पाकिस्तान के साथ शत्रुता समाप्त करने पर सहमति दोनों सेनाओं के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच सीधी बातचीत के बाद बनी थी।