Jobs in Walmart: वालमार्ट भारत और अमेरिका में सैकड़ों भर्तियां निकालने वाली है। कंपनी के एक टॉप एग्जीक्यूटिव ने मनीकंट्रोल से बातचीत में बताया कि इसमें वह भी हिस्सा ले सकते हैं, जिनकी हाल ही में कंपनी से छंटनी हुई थी। जानकारी के मुताबिक जिन एंप्लॉयीज की छुट्टी की गई थी, उसमें से कुछ वालमार्ट के बेंगलुरु और चेन्नई के ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCC) में काम करते थे। इसके करीब 16 लाख एंप्लॉयीज हैं, जिनमें से अधिकतर स्टोर्स में कार्यरत हैं, जबकि कॉरपोरेट ऑफिस में कुछ ही एंप्लॉयीज हैं। वालमार्ट ने 21 मई को दुनिया भर में करीब 1500 एंप्लॉयीज की छंटनी की थी।
Walmart की क्या है स्ट्रैटेजी?
10,500 से अधिक स्टोर्स पर 24 करोड़ ग्राहकों के साथ वालमार्ट ने हाल ही में एआई का इस्तेमाल शुरू किया है ताकि प्रोडक्ट की डिमांड, इंवेंटरी मूवमेंट और सप्लाई चेन पर नजर रखी जा सके। पिछले महीने वालमार्ट ने ऐलान किया था कि ट्रेंड वाले प्रोडक्ट बनाने का समय 18 हफ्ते घटा लिया जिससे ग्राहकों को फैशन पुराना होने से पहले ही कपड़े मिल जा रहे हैं। अब कंपनी ऐसा हर सेगमेंट में करना चाहती है ताकि फटाफट मौके को भुनाया जा सके। एक सूत्र ने मनीकंट्रोल को बताया कि हालिया छंटनी से वालमार्ट में लेयर कम हो गए यानी कि अब फैसले लेने की स्पीड तेज हो गई है। इसके अलावा कंपनी ने जेन एआई टूल वैली (Wally) भी लाया है जिससे डेटा एंट्री और एनालिसिस, प्रोडक्ट परफॉरमेंस से जुड़ी दिक्कतें को दूर करना, ग्राहकों की सहायता इत्यादि अपने-आप हो जा रहे हैं। सूत्र के मुताबिक कंपनी की कोशिश लगातार अपने बिजनेस को नए जमाने के हिसाब से बनाना है।
AI को माना जा रहा छंटनी का कसूरवार
लागत कम करने, कारोबारी प्रक्रिया आसान करने और फैसले लेने में तेजी के उद्देश्य से वालमार्ट में करीब एक हफ्ते पहले 1500 के करीब एंप्लॉयीज की छुट्टी हुई थी। बदलते माहौल में रेवेन्यू के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी वालमार्ट छंटनी करने वाली इकलौती कंपनी नहीं है। टेक इंडस्ट्री इस समय छंटनी की लहर से जूझ रही है। माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, एमेजॉन, और क्राउडस्ट्राइक जैसी दिग्गज कंपनियों में भी हजारों एंप्लॉयीज की छंटनी हो चुकी है। Layoffs.fyi के मुताबिक इस साल अब तक 130 से अधिक कंपनियों में 61,000 से अधिक टेक कर्मचारियों की नौकरी गई है। इनमें से माइक्रोसॉफ्ट ने अकेले 6,000 नौकरियों में कटौती की है, जो कंपनी की 2023 के बाद सबसे बड़ी छंटनी है।
इन सबका जिम्मेदार एआई को ही माना जा रहा है। हालांकि इसके बावजूद अधिकतर एक्सपर्ट्स और तकनीकी जानकार का मानना है कि लंबे समय में एआई के चलते बड़ी संख्या में नौकरियां तैयार होंगी। टाटा ग्रुप के प्रमुख चंद्रशेखरन ने हालिया समारोह में कहा था कि एआई के चलते कुछ नियमित नौकरियां ही खत्म होगी, और एआई बड़ी संख्या में नौकरियां तैयार करेगा।