नई और पुरानी गाड़ियों के लिए लोन मुहैया कराने वाली दिग्गज एनबीएफसी SK Finance आईपीओ लाने की तैयारी में है। इससे पहले एसके फाइनेंस ने नॉर्वेस्ट वेंचर पार्टनर्स, टीपीजी ग्रोथ और बेरिंग प्राइवेट इक्विटी इंडिया जैसे मौजूदा निवेशकों से 1328 करोड़ रुपये का फंड जुटाया है। इस निवेशकों के अलावा ड्यूरो कैपिटल, एक्सिस अल्टनेटिव्स, अनंत कैपिटल और मिरे एसेट वेंचर इनवेस्टमेंट्स (इंडिया) ने भी इनकमिंग इनवेस्टर के रूप में कंपनी में पैसे डालने का फैसला किया। मोतीलाल ओसवाल की प्राइवेट इक्विटी फर्म-MO अल्टरनेट इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स ने भी इस भारी-भरकम फंडरेज में इनकमिंग इनवेस्टर के रूप में हिस्सा लिया। मोतीलाल ओसवाल की प्राइवेट इक्विटी फर्म ने इसमें 415 करोड़ रुपये का निवेश किया। एसके फाइनेंस ने जो फंड जुटाया है, वह प्राइमरी और सेकंडरी कैपिटल के रूप में है।
IPO को लेकर क्या है प्लान
पिछले साल मनीकंट्रोल ने 5 दिसंबर को सबसे पहले खुलासा किया था कि जयपुर की एसके फाइनेंस (पूर्व नाम Ess Kay Fincorp) आईपीओ लाने की तैयारी में है और इसके लिए बातचीत भी शुरू हो चुकी है। इसकी योजना वर्ष 2024 में 25 करोड़-30 करोड़ डॉलर (2092 करोड़-2511 करोड़ रुपये) का आईपीओ लाने की है। इस आईपीओ को लाने से पहले कंपनी अब मौजूदा निवेशकों से अच्छा-खासा निवेश जुटा चुकी है। एसके फाइनेंस के एमडी और सीईओ राजेंद्र कुमार सेतिया का कहना है कि इस प्राइमरी कैपिटल से ब्रांड, डिस्ट्रीब्यूशन, टेक्नोलॉजी और लोगों में निवेश के जरिए ग्रोथ में तेजी लाने में मदद मिलेगी।
SK Finance की कैसी है कारोबारी सेहत
राजेंद्र कुमार सेतिया ने वर्ष 1994 में इसकी शुरुआत की थी। यह कार, ट्रैक्टर, दोपहिया गाड़ियों के लोन के अलावा सिक्योर्ड बिजनेस लोन मुहैया कराती है। कंपनी के कारोबारी सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2017-23 के बीच इसका कारोबार सालाना 40 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़ा है। इसने डाईवर्सिफाईड लेंडिंग फ्रेंचाइजी डेवलप किया है जिससे इसे नियमित अंतराल पर डेट कैपिटल जुटाने में मदद मिली है।