Awfis IPO: ऑफिस स्पेस सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड (Awfis Space Solutions Private Ltd) आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। क्रिसकैपिटल (ChrysCapital) और Peak XV Partners (पूर्व नाम सिकोईया इंडिया) के निवेश वाली इस स्टार्टअप ने इस काम के लिए तीन इनवेस्टमेंट बैंक चुन लिए हैं। इस तरह से इसकी आईपीओ लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह पहली बार होगा जब को-वर्किंग स्पेस प्रोवाइड करने वाली कोई कंपनी घरेलू मार्केट में लिस्ट होने की तैयारी कर रही है। मनीकंट्रोल को इसकी जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। वहीं इस मामले में जब कंपनी से ई-मेल के जरिए संपर्क किया गया तो कोई जवाब नहीं मिला।
इतना फंड जुटाने की है योजना
सूत्रों के मुताबिक Awfis की योजना आईपीओ के जरिए 10-12.5 करोड़ डॉलर (831.95-1039.94 करोड़ रुपये) जुटाने की है। इस आईपीओ के लिए ICICI सिक्योरिटीज, IIFL कैपिटल और एक्सिस कैपिटल एडवाइजर्स हैं। सूत्रों के मुताबिक आईपीओ पर पहले ही काम शुरू हो चुका था और अब आगे की बात करें तो बाजार नियामक सेबी के पास एक महीने के भीतर ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल किया जा सकता है। बाजार की परिस्थितियों के मुताबिक इस आईपीओ को अगले साल 2024 में लाने की योजना है। इस आईपीओ के तहत नए शेयर जारी करने की योजना है ही, इसके साथ ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत मौजूदा शेयरधारक भी अपने हिस्से के शेयर बेच सकते हैं। कंपनी की योजना आईपीओ के जरिए अपना विस्तार नई जगहों पर करने की है।
यह चेन्नई का स्टार्टअप है और मार्केट में वीवर्क (WeWork), स्मार्टवर्क्स (Smartworks) और टेबलस्पेस (Tablespace) इसकी कॉम्पटीटर्स हैं। कोरोना के बाद से इनका कारोबार तेजी से बढ़ा है और सबसे अधिक डिमांड आईटी सेक्टर की तरफ से है। इसकी शुरुआत अमित रमानी ने अप्रैल 2015 में की थी। इसकी वेबसाइट पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक को-वर्किंग नेटवर्क से यह टेक-एनेबल्स वर्कस्पेस सॉल्यूशन्स प्लेटफॉर्म बन चुकी है जो फ्रीलांसर्स, स्टार्टअप्स, SMEs, बड़े कॉरपोरेट और MNCs को फ्लेक्स वर्कस्पेसेज, एंटरप्राइज वर्कस्पेस, इंटीग्रेटेड फैसिलिटी मैनेजमेंट और रिमोट वर्किंग सॉल्यूशंस जैसे प्रोडक्ट्स ऑफर करती है।
अभी इसकी मौजूदगी 17 शहरों के 150 केंद्रों पर मौजूदगी है और 1500 से अधिक कंपनियों के लिए 88 हजार से अधिक सीट्स हैं। इसका दावा है कि यह देश की सबसे बड़ी शेयर्ड स्पेस नेटवर्क है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मई 2023 तक कंपनी ने क्रिसकैपिटल, सिकोईया इंडिया, इनोवेन कैपिटल और लिंक इनवेस्टमेंट्स जैसे निवेशकों से 9 करोड़ डॉलर जुटा चुकी है।