Vaibhav Jewellers IPO: आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में सोने-चांदी और हीरे की ज्वैलरी बेचने वाली कंपनी वैभव ज्वैलर्स का आईपीओ आज खुल गया है। इस इश्यू के तहत अगले हफ्ते मंगलवार 26 सितंबर तक पैसे लगा सकेंगे। आईपीओ खुलने से पहले आठ एंकर निवेशकों से यह 81.06 करोड़ रुपये जुटा चुकी है। एंकर निवेशकों को 215 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। अब ग्रे मार्केट में बात करें तो इसके शेयरों को लेकर कोई गतिविधि नहीं दिख रहा है। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फाइनेंशियल्स और फंडामेंटल्स के आधार पर निवेश से जुड़ा फैसला लेना चाहिए।
Vaibhav Jewellers IPO की डिटेल्स
वैभव ज्वैलर्स का 270.20 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 26 सितंबर तक खुला रहेगा। इस आईपीओ के तहत 204-215 रुपये के प्राइस बैंड और 69 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकते हैं। इश्यू का आधा हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए,15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए और 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। आईपीओ की सफलता के बाद शेयरों का अलॉटमेंट 3 अक्टूबर को फाइनल होगा और फिर बीएसई, एनएसई पर 6 अक्टूबर को एंट्री होगी।
इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 210 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा 60.20 करोड़ रुपये के 28 लाख शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री होगी। ये शेयर प्रमोटर ग्रांधी भरत मल्लिका रत्ना कुमारी (HUF) की तरफ से होगी। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल इस और अगले वित्त वर्ष में 8 शोरूम खोलने में होगा। इस पर 172 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है। इसके अलावा बाकी पैसों का इस्तेमाल आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
Vaibhav Jewellers के बारे में
मनोज वैभ जेम्स 'एन' ज्वैलर्स (Manoj Vaibhav Gems 'N' Jewellers) 2003 में बनी थी और दक्षिण भारत में यह वैभव ज्वैलर्स के नाम से मशहूर है। यह गोल्ड, सिल्वर और डायमंड ज्वैलरी, कीमती पत्थर और ज्वैलरी के अन्य प्रोडक्ट्स ऑफलाइन और ऑनलाइन बेचती है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में इसके 13 रिटेल शोरूम हैं जिसमें से दो फ्रेंचाइजी शोरूम हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत ती बात करें तो इसकी पिछले वित्त वर्ष 2023 में इसके मुनाफे में तेजी आई।
वित्त वर्ष 2020 में इसे 24.39 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हासिल हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2021 में गिरकर 20.74 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि फिर स्थिति सुधरी और वित्त वर्ष 2022 में इसे 43.68 करोड़ और फिर वित्त वर्ष 2023 में 71.60 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हासिल हुआ। इस वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून में इसे 19.24 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हासिल हुआ है।