Lok Sabha Elections 2024: पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) ने बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन को अपनी पार्टी के समर्थन की घोषणा की है। इस ऐलान के बाद उनके अगले कदम पर अटकलबाजी बंद हो गई है। पारस ने हाल ही में उनके गुट को लोकसभा चुनाव के लिए कोई सीट नहीं दिए जाने के खिलाफ इस्तीफा दे दिया था। लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने मंगलवार को नई दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से मुलाकात की। NDA द्वारा चिराग पासवान (Chirag Paswan) के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के लिए बिहार में 5 लोकसभा सीटें देने के बाद से पशुपति नाराज थे।
पशुपति पारस के मुलाकात की एक तस्वीर शेयर करते हुए जेपी नड्डा ने X पर एक पोस्ट में कहा, "एनडीए में हमारे सहयोगी एवं रालोजपा के प्रमुख पशुपति कुमार पारस जी से नई दिल्ली में आवास पर मुलाकात की। एनडीए सदस्य के नाते पशुपति जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में लगातार अच्छे कार्य किए। आने वाले चुनाव में भी हमारा गठबंधन मजबूती से बना रहेगा और उनकी पार्टी बिहार में एनडीए के सभी 40 उम्मीदवारों का पूर्ण समर्थन करेगी। साथ ही उनकी जीत सुनिश्चित करने में हरसंभव सहयोग देगी।"
इससे पहले पारस ने X पर एक पोस्ट में कहा कि उनकी पार्टी (राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी) BJP के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का अटूट हिस्सा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके भी नेता हैं। उन्होंने कहा, "मोदी का फैसला सर्वोपरि है और राजग देश भर में 400 से ज्यादा सीटें जीतकर तीसरी बार अपनी सरकार बनाएगा।"
पारस ने पोस्ट में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के बिहार प्रभारी विनोद तोवड़े को टैग करते हुए लिखा, "हमारी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी NDA का हिस्सा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे नेता हैं।"
पारस ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से अपने इस्तीफे की घोषणा तब की थी जब BJP ने उनके भतीजे चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के साथ गठबंधन पर मुहर लगा दी थी। हालांकि, उस समय उन्होंने बीजेपी पर उनके साथ अन्याय करने का आरोप लगाने के अलावा कोई भी बयान देने से परहेज किया। मंत्री पद छोड़ने के बाद वह बिहार वापस आ गए। हालांकि वह मीडिया से बचते रहे हैं।
NDA ने चिराग पासवान के साथ जो समझौता किया था, उसके तहत उनकी पार्टी बिहार में पांच लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पासवान हाजीपुर निर्वाचन क्षेत्र से निचले सदन में एक कार्यकाल की उम्मीद कर रहे हैं, जिसका प्रतिनिधित्व उनके पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत राम विलास पासवान ने कई बार किया था।