कमजोर मार्केट सेंटिमेंट में भी आज डिक्सन टेक (Dixon Tech) के शेयर करीब 2 फीसदी उछलकर एक साल के हाई पर पहुंच गए। हालांकि इसके बाद मुनाफावसूली और मार्केट की कमजोरी ने इसके शेयरों पर दबाव डाला और थोड़ी ही देर बाद यह रेड जोन में आ गया। फिलहाल कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी डिक्सन टेक के शेयर बीएसई पर 1.04 फीसदी की गिरावट के साथ 5229.00 रुपये के भाव (Dixon Tech Share Price) पर हैं। इंट्रा-डे में यह बीएसई पर 5379.85 रुपये तक पहुंचा था जो इसका एक साल का हाई लेवल है। हालांकि फिर बिकवाली के दबाव में यह टूटकर 5221.60 रुपये तक आ गया था।
किस सपोर्ट से शेयर पहुंचा एक साल के हाई पर
डिक्सन टेक के शेयर अभी रेड जोन में हैं लेकिन इंट्रा-डे में यह एक साल के हाई पर पहुंच गया। इसकी वजह स्मार्टफोन कंपनी शाओमी (Xiaomi) के साथ एक सौदा है। डिक्सन ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी है। एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक इसकी पूर्ण मालिकाना हक वाली सब्सिडियरी Padget Electronics Private Limited ने शाओमी के साथ स्मार्टफोन बनाने के लिए एक सौदा किया है।
सौदे के मुताबिक ये फोन पैजेट के नोएडा में स्थित प्लांट में बनेंगे। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक चाइनीज कंपनी शाओमी को स्मार्टफोन एसेंबल करने के लिए डिक्सन के साथ इसलिए सौदा करना पड़ा क्योंकि सरकार चाइनीज कंपनियों को मैनुफैक्चरिंग से लेकर डिवाईसेज के डिस्ट्रीब्यूशन को लोकलाइज करने का दबाव बना रही है।
डिक्सन टेक देश में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, लाइटिंग और मोबाइल फोन मार्केट में प्रोडक्ट्स तैयार करने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन मार्केट है जिसके चलते दुनिया भर की कंपनियां यहां पैर जमाने की कोशिश में रहती हैं। आईफोन (iPhone) कंपनी एपल (Apple) लगातार अपनी बिक्री यहां बढ़ाने की कोशिश कर रही है। शाओमी की बात करें तो एक समय यह यहां काफी मजबूत स्थिति में थी लेकिन फिर कड़ी नियामक जांच का सामना करने और अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो के एक सीमा से अधिक विस्तार के चलते यह कमजोर हो गई।