Ketu Gochar 2026: ग्रहों की स्थिति, उनकी चाल और उदय या अस्त होने का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष में नौ ग्रहों में से हर ग्रह का अलग महत्व और ऊर्जा है और जातक की कुंडली में ये जिस स्थान और भाव में होते हैं, उसके हिसाब से उनका शुभ और अशुभ प्रभाव होता है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का गोचर कुछ अंतराल पर होता रहता है। गोचर अगर केतु ग्रह का हो तो ये और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। ये भी राहू की तरह ही छाया ग्रह है और इसकी भी गिनती क्रूर ग्रहों में की जाती है। नीच का केतु जातक को तरह-तरह के कष्ट देता है, वहीं उच्च का केतु शारीरिक, मानसिक और आर्थिक दृष्टि से शुभ फल देता है। यह व्यक्ति को राजा बना सकता है। इस ग्रह का राशि और नक्षत्र परिवर्तन दोनों ही बहुत अहम माना जाता है और इसका असर सभी 12 राशियों पर पड़ता है।
2026 में तीन बार होगा केतु का गोचर
नए साल में ये ग्रह तीन बार गोचर करेगा। अभी केतु सिंह राशि में बैठे हुए हैं और साल 2026 के अंत में कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। पंचांग के अनुसार, साल 2026 में केतु का नक्षत्र परिपरिवर्तन भी होगा। इस समय केतु पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में बैठे हुए हैं और नए साल में 29 मार्च को ये मघा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे, उसके बाद 5 दिसंबरको अश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे।
तीन राशियों पर होगी केतु की कृपा
कन्या राशि : कन्या राशि वालों के लिए नए साल में केतु की बदलती चाल बहुत ही अनुकूल मानी जा रही है। लंबे समय से चली आ रही परेशानियां, नौकरी में अस्थिरता और बिजनेस ठीक होने लगेगा। जो लोग नई शुरुआत के बारे में सोच रहे थे, उनके लिए यह समय साहस और सही दिशा का होगा। आर्थिक प्रयासों का परिणाम धीरे-धीरे स्थिरता और सम्मान दिलाने वाला हो सकता है।
मकर राशि : मकर राशि वाले इस गोचर के चलते किस्मत में तेजी और प्रगति महसूस करेंगे। आर्थिक पक्ष बेहतर होगा। रुका हुआ पैसा वापस आ सकता है। निवेश से लाभ मिलने के योग बनेंगे। जो लोग करियर बदलने, विदेश से जुड़े काम या बड़े निर्णय लेने की योजना बना रहे थे, उनके लिए 2026 सही समय साबित हो सकता है। आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता बढ़ने के साथ, काम में नेतृत्व देने का मौका भी मिल सकता है।
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