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Varanasi Ropeway: वाराणसी में 2025 के अंत तक चलने लगेगी रोपवे! जानिए कहां तक पहुंचा काम?

Varanasi: यह रोपवे कुल 3.75 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें पांच स्टेशन शामिल होंगे- कैंट, काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजा घर, और गोदौलिया। इन सभी स्टेशनों पर यात्रियों के लिए स्वचालित सीढ़ियां, लिफ्ट, व्हीलचेयर रैंप, और पार्किंग जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी

Curated By: Abhishek Guptaअपडेटेड Aug 24, 2025 पर 8:08 PM
Varanasi Ropeway: वाराणसी में 2025 के अंत तक चलने लगेगी रोपवे! जानिए कहां तक पहुंचा काम?
इस रोपवे से वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया चौक का सफर महज 15 मिनट में हो जाएगा पूरा

Varanasi Ropeway: वाराणसी जल्द ही भारत का पहला ऐसा शहर बनने जा रहा है, जहां शहर में सार्वजनिक परिवहन के लिए रोपवे की सुविधा होगी। इस प्रोजेक्ट का मकसद शहर में बढ़ते ट्रैफिक को कम करना और लोगों के लिए आवाजाही को आसान बनाना है। लगभग ₹807 करोड़ की लागत से बन रहा यह रोपवे, पर्यटकों और स्थानीय लोगों दोनों के लिए एक नई और आधुनिक फैसिलिटी उपलब्ध कराएगा। यह रोपवे इस साल के अंत तक पूरी तरह से तैयार हो जाएगा।

क्या है पूरा रूट?

यह रोपवे वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन को गोदौलिया चौक से जोड़ेगा, जिससे सड़क मार्ग से लगने वाला 45-50 मिनट का सफर महज 15 मिनट में पूरा हो जाएगा। फिलहाल, किराए को अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया है कि यह किफायती होगा। यह रोपवे कुल 3.75 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें पांच स्टेशन शामिल होंगे- कैंट, काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजा घर, और गोदौलिया। इन सभी स्टेशनों पर यात्रियों के लिए स्वचालित सीढ़ियां, लिफ्ट, व्हीलचेयर रैंप, और पार्किंग जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

लगभग 150 ट्रॉली कारें, जिन्हें गोंडोला कहा जाता है, 45-50 मीटर की ऊंचाई पर चलेंगी। प्रत्येक गोंडोला में 10 यात्री बैठ सकेंगे और ये 1.5 से 2 मिनट के अंतराल पर उपलब्ध होंगे। यह सिस्टम एक दिन में 16 घंटे तक चलेगा, जिससे करीब 96,000 यात्री हर दिन सफर कर सकेंगे।

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