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Union Budget 2025: सरकार बजट में ज्यादा कर्ज लेने का कर सकती है ऐलान, जानिए यह आपके लिए क्यों अच्छा नहीं है

FY26 में सरकार की ग्रॉस बॉरोइंग बढ़ सकती है। इसकी वजह यह है कि सरकार ने कोविड के दौरान मार्केट से जो पैसे जुटाए थे, उसका पेमेंट करने का समय आ गया है। सरकार RBI से बातचीत करने के बाद कुछ सिक्योरिटीज की बायबैक कर चुकी है। FY25 में सरकार ने 80,000 करोड़ रुपये की सिक्योरिटीज का बायबैक किया

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 26, 2024 पर 2:17 PM
Union Budget 2025: सरकार बजट में ज्यादा कर्ज लेने का कर सकती है ऐलान, जानिए यह आपके लिए क्यों अच्छा नहीं है
अगर सरकार यूनियन बजट 2025 में अगले वित्त वर्ष में ज्यादा कर्ज लेने के टारगेट का ऐलान करती है तो इसका व्यापक असर पड़ेगा। आम आदमी पर भी इसका असर पड़ेगा।

हर बार यूनियन बजट में सरकार के कर्ज लेने के टारगेट पर करीबी नजरें रहती हैं। इस बार भी यूनियन बजट 2025 में सरकार अगले वित्त वर्ष में मार्केट से कर्ज लेने के अपने टारगेट का ऐलान करेगी। उम्मीद है कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण अगले वित्त वर्ष के लिए सरकार के कर्ज लेने का टारगेट बढ़ा सकती हैं। निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को यूनियन बजट 2025 पेश करेंगी। सूत्रों का कहना है कि FY26 में सरकार की ग्रॉस बॉरोइंग बढ़ सकती है। इसकी वजह यह है कि सरकार ने कोविड के दौरान मार्केट से जो पैसे जुटाए थे, उसका पेमेंट करने का समय आ गया है।

कोविड के दौरान जुटाए कर्ज का पेमेंट

सरकार RBI से बातचीत करने के बाद कुछ सिक्योरिटीज की बायबैक कर चुकी है। FY25 में सरकार ने 80,000 करोड़ रुपये की सिक्योरिटीज का बायबैक किया है। सूत्रों का कहना है कि सरकार को आगे भी सिक्योरिटीज का बायबैक करना है। इसके लिए सरकार को पैसे की जरूरत पड़ेगी। सरकार इस वित्त वर्ष के दौरान बाजार से कर्ज लेने के अपने टारगेट में कमी नहीं करना चाहती। हालांकि, सरकार ने FY25 के लिए पूंजीगत खर्च का 11 लाख करोड़ रुपये का जो टारगेट रखा था, उसके पूरा होने की उम्मीद कम है। अप्रैल से सितंबर के दौरान सरकार 11 लाख करोड़ रुपये के टारगेट का सिर्फ 37.3 फीसदी खर्च कर पाई है।

सरकार के ज्यादा कर्ज लेने का व्यापक असर पड़ेगा

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