Budget 2025 : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज लोकसभा में देश का आम बजट पेश करेंगी। इस बजट पर मिडिल क्लास से लेकर अपर क्लास तक सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। किसे क्या मिलेगा, यह तो बजट से ही पता चलेगा पर क्या आप जानते हैं कि हर साल बजट के ब्रीफकेस का रंग लाल क्यों होता है। परंपरागत रूप से, बजट लाल रंग के ब्रीफकेस में लाया जाता रहा है। हांलाकि अब बजट को लाल रंग के इलेक्ट्रॉनिक टैब में लाया जाता है।
बजट का ब्रीफकेस क्यों होता है लाल
बजट के लाल रंग के ब्रीफकेस की इस परंपरा की जड़ें ब्रिटिश शासन से जुड़ी हैं, जब 1860 में ब्रिटिश चांसलर ग्लैडस्टोन ने पहली बार रानी के मोनोग्राम के साथ लाल चमड़े का ब्रीफकेस पेश किया था। इसके बाद यह चलन बना रहा और भारत में भी इसे अपनाया गया।
बता दें कि लाल रंग को शुभता और शक्ति का प्रतीक माना जाता है इसलिए इसे बजट दस्तावेज के लिए चुना गया। हिंदू धर्म में लाल रंग को विशेष रूप से शुभ और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। यह रंग शक्ति, समृद्धि और सफलता का प्रतीक है इसलिए धार्मिक अनुष्ठानों और शुभ कार्यों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। लाल रंग का उपयोग देवी लक्ष्मी की पूजा में भी किया जाता है, जो धन और समृद्धि की देवी हैं। यही कारण है कि किसी नए कार्य की शुरुआत या महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रखने के लिए इस रंग को प्राथमिकता दी जाती है।
बजट में कई नई योजनाओं और महत्वपूर्ण फैसलों की घोषणा होती है, इसलिए इसका खास महत्व होता है। लाल रंग को शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, जो नई शुरुआत के लिए अच्छा माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि मां लक्ष्मी की कृपा इस रंग पर बनी रहती है, जिससे पूरे साल खुशहाली और सफलता बनी रहती है। वहीं बात अगर ज्योतिष की करें तो ज्योतिष में भी लाल रंग को उत्साह और आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला माना गया है। लाल रंगे को बाधाओं को दूर रखने में सहायक भी माना गया है।