Budget 2025 : बजट में इस बार इनकम टैक्स पेयर्स को राहत मिल सकती है। सरकार स्टैंडर्ड डिडक्शन में बढ़ोतरी कर सकती है साथ ही इनकम टैक्स नियमों में भी और भी बदलाव दिख सकता है। इस पर ज्यादा जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के इकोनॉमिक पॉलिसी एडिटर लक्ष्मण राय ने बताया कि इस बार के बजट में इनकम टैक्स पेयर्स के लिए कई बड़े बदलाव हो सकते हैं। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक स्टैंडर्ड डिडक्शन से जुड़े प्रावधान में बदलाव संभव है। इस बार एक्ट में संशोधन किए बगैर स्टैंडर्ड डिडक्शन सीमा बढ़ सकती है।
अभी नए टैक्स रिजीम में 75000 रुपए का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलता है। सूत्रों के मुताबिक स्टैंडर्ड डिडक्शन की सीमा में भी बढ़ोतरी की संभावना है। इसके अलावा इनकम टैक्स एक्ट में भी कई अहम बदलाव संभव हैं।
लक्ष्मण राय ने बताया कि इस बार के बजट में स्टैंडर्ड डिडक्शन में बढ़त से भी बड़ा कदम ये उठाया सकता है कि इनकम टैक्स नियमों में कुछ ऐसे बदलाव किए जा सकते हैं जिससे स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ाने के लिए इनकम टैक्स एक्ट में बदलाव न करना पड़े या फिर स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ाने के लिए बजट तक का इंतजार न करना पड़े।
इतना ही नहीं इनकम टैक्स के नियमों में और भी कई बदलाव करते हुए इनको आसान किया जाएगा। ये नियम आम लोगों के समझ में आए इसकी व्यवस्था की जाएगी। पुरातन विरासत वाली चीजों को हटाया जाएगा। मिसाल के तौर पर आम तौर पर हम लोग असेसमेंट ईयर कहते हैं। अब असेसमेंट ईयर को हटा कर उसके स्थान पर टैक्स ईयर शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक टैक्स नियमों को आसानी से समझाने लिए Illustration और टेबल का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक्सप्लेनेटरी नोट की जगह गाइडिंग नोट शब्द का इस्तेमाल किया जा सकता है। Notwithstanding जैसे ब्रिटिश रेफरेंस वाले शब्द हटाए जा सकते हैं।