चांदी गहनों की भी हॉलमार्किंग होगी। सरकार चांदी के हॉलमार्किंग प्रस्ताव पर विचार कर रही है। हॉलमार्किंग को जरूरी बनाने पर विचार कर रही है। इंडस्ट्री ने की गहनों की हॉलमार्किंग की मांग कर रही है। स्टेकहोल्डर्स गहनों की हॉलमार्किंग चाहते हैं। हॉलमार्किंग से चांदी के ग्राहकों को फायदा होगा। सोने की हॉलमार्किंग से लोगों को फायदा हुआ। इंडस्ट्रीज का कहना है कि हॉलमार्किंग से लोगों का बाजार पर भरोसा बढ़ेगा।
बुलियन हॉलमार्किंग कब से?
बुलियन हॉलमार्किंग पर सरकार विचार कर रही है। सोने के बार और सिक्कों की हॉलमार्किंग जरूरी होगी। ज्वैलर्स को शुद्ध सोने की पहचानने में आसानी होगी। इंपोर्ट होने वाले बार, सिक्कों की शुद्धता प्रमाणित नहीं हुआ। 6 अंकों वाले HUID से हॉलमार्किंग होगी। सरकार इसी समस्या को दूर करना चाहती है।9 कैरेट के गहने की हॉलमार्किंग का प्रस्ताव है। अभी 14 कैरेट तक के गहनों की हॉलमार्किंग होती है। 9 कैरेट के गहनों की हॉलमार्किंग अभी जरूरी नहीं है। बड़ी मात्रा में होती है 9 कैरेट के गहनों की बिक्री है। ग्रामीण इलाकों, छोटे शहरों में बिक्री होती है। IBJA का कहना है कि 9 कैरेट के गहनों पर हॉलमार्किंग से लोगों का भरोसा बढ़ेगा।
BIS की DDG (हॉलमार्किंग) चित्रा गुप्ता ने कहा कि 2021 से सोने पर हॉलमार्किंग जरूरी की थी। अब तक 1600 से ऊपर AHCs हैं। सोने पर हॉलमार्किंग करने वाले 2 लाख ज्वैलर्स हैं। 14 करोड़ आर्टिकल्स को हॉलमार्क किया है । हर महीने 4 करोड़ आर्टिकल्स हॉलमार्क करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि रोजाना करीब 4.5-5 लाख आर्टिकल्स हॉलमार्क करते हैं।
चित्रा गुप्ता का कहना है कि बाजार में हॉलमार्किंग के लिए मांग बढ़ रही है। 61 जिलों में हॉलमार्किंग जरूरी है। AHCs के साथ 100 से ज्यादा ऑफ सेंटर खोले हैं। बुलियन हॉलमार्किंग को लेकर बातचीत चल रही है। 17000 से ज्यादा ज्वैलर चांदी की हॉलमार्किंग ज्वेलरी बेच रहे हैं। 212 AHCs हैं, जो चांदी की हॉलमार्किंग की टेस्टिंग करते हैं। AHCs, ज्वैलर, कंज्यमर्स के साथ बातचीत करेंगे। बुलियन पर हॉलमार्किंग को लेकर तैयारी पूरी है।
IBJA ने बजट में वित्त मंत्री से इंपोर्ट ड्यूटी को 6% से घटाकर 3% किया जाने की मांग की है। उनका कहना है कि IIBX के जरिए इंपोर्ट पर ड्यूटी में 0.50% की छूट मिले। कस्टम बॉन्डेड वेयरहाउस के तर्ज पर GST बॉन्डेड वेयरहाउस बने। GST बॉन्डेड वेयरहाउस से इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिप्ट बने। इससे एक्सचेंज पर EGR की ट्रेडिंग बढ़ावा मिलेगा। सिर्फ IIBX के जरिए ही इंपोर्ट को मिले मंजूरी मिली। घरेलू ट्रेडरों के लिए गिफ्ट सिटी में ज्वेलरी एक्सपोर्ट सेंटर बने।
देश में सोने-चांदी के गहनों की हॉलमार्किंग जरूरी हो। सिर्फ एक्सचेंज के जरिए ही 100% बुलियन ट्रेडिंग हो। सरकार EMI पर गहनों की खरीदारी को मंजूरी दे । सोने के गहनों कि बिक्री पर कैपिटल गेन टैक्स हटे। एक्सचेंज के जरिए भी कर्ज के लेन-देन की मंजूरी मिले। जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर के लिए एक रेग्युलेटर होना चाहिए।
GJEPC ने कहा कि बजट में सरकार से यहीं उम्मीद है कि वह घटी हुई इंपोर्ट ड्यूटी को कायम रखें। सोने चांदी पर स्थाई पॉलिसी की जरूरत है। सोने-चांदी की हॉलमार्किंग जरूरी बने। बजट में ऑर्गेनाइज सेक्टर का ध्यान रखा जाए।
सरकार से इंपोर्ट ड्यूटी नहीं बढ़ाने की उम्मीद
GJC के चेयरमैन राजेश रोकड़े ने कहा कि सरकार से इंपोर्ट ड्यूटी नहीं बढ़ाने की उम्मीद है। डिजिटल गोल्ड की मांग है। EMI पर 22 कैरेट की ज्वेलरी बेचने की मांग की है। GST 1-1.15% तक कम करें । डिजिटल पेमेंट को लेकर चिंतित है। ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन और कार्ड से पेमेंट हो। ज्वैलर का बैंक का अकाउंट सीज ना हो ।
बजट में इंपोर्ट ड्यूटी 6% से घटाकर 3% करना चाहिए
कार्तिकेय बुलियन के दीपक सोनी ने कहा कि बजट में इंपोर्ट ड्यूटी 6% से घटाकर 3% करना चाहिए। जितनी इंपोर्ट ड्यूटी कम होगी, इंडस्ट्री में ग्रोथ होगी। IBX में आसानी से काम हो, इसके लिए सरकार और कुछ बदलाव करना चाहिए। क्वालिफाइड ज्वैलर और TRQ होल्डर्स को फायदा मिले। FTA देशों से इंपोर्ट पर लगाम लगना चाहिए ।