Core Sector Growth: अप्रैल में 0.5% रही कोर सेक्टर ग्रोथ, आठ महीने में सबसे कमजोर

Core Sector Growth April 2025: अप्रैल 2025 में भारत के कोर सेक्टर की ग्रोथ सिर्फ 0.5% रही, जो पिछले 8 महीनों की सबसे कमजोर दर है। स्टील, सीमेंट और रिफाइनरी में गिरावट और हीटवेव से मांग पर असर पड़ा।

अपडेटेड May 20, 2025 पर 6:04 PM
Story continues below Advertisement
कोर सेक्टर में कुल 8 क्षेत्र आते हैं- कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली।

Core Sector Growth April 2025: भारत की अर्थव्यवस्था के लिए चिंता की खबर है। अप्रैल 2025 में देश के आठ प्रमुख बुनियादी क्षेत्रों (Core Sectors) की वृद्धि दर गिरकर सिर्फ 0.5% रह गई है, जो पिछले 8 महीनों में सबसे कमजोर प्रदर्शन है। मार्च 2025 में यह वृद्धि 4.6% थी।

कौन-कौन से सेक्टर शामिल हैं?

कोर सेक्टर में कुल 8 क्षेत्र आते हैं- कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली। ये आठ क्षेत्र औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में लगभग 40% योगदान करते हैं।


तीन कोर सेक्टर में गिरावट

आठ में से तीन कोर सेक्टर में गिरावट दर्ज की गई। सिर्फ दो सेक्टर ऐसे रहे जिनमें पिछले महीने की तुलना में तेज वृद्धि देखी गई। भारत की अर्थव्यवस्था अब पहले के मुकाबले थोड़ी धीमी गति से बढ़ सकती है, क्योंकि भू-राजनीतिक तनाव का असर बना हुआ है।

रिफाइनरी और उर्वरक सेक्टरों ने ग्रोथ को खींचा नीचे

कोर सेक्टर इंडेक्स में सबसे ज्यादा वजन रखने वाले रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन अप्रैल में 4.5% घटा। मार्च में इसमें 0.2% की मामूली बढ़त दर्ज की गई थी। यह ग्रोथ में गिरावट की सबसे बड़ी वजह रही। वहीं, फर्टिलाइजर उत्पादन भी 4.2% घटा, जबकि मार्च में इसमें 8.8% की तेज वृद्धि देखी गई थी।

बिजली उत्पादन अप्रैल में सिर्फ 1% बढ़ा, जबकि मार्च में यह 7.5% की दर से बढ़ा था। यह मांग में कमी और संभवतः मौसमी असर को बताता है।

एनर्जी और मैटेरियल सेक्टर में मिले-जुले संकेत

कोयला उत्पादन अप्रैल में 3.5% बढ़ा, जो मार्च की 1.6% ग्रोथ से बेहतर है। प्राकृतिक गैस उत्पादन भी 0.4% की मामूली बढ़त के साथ पॉजिटिव हो गया, जबकि मार्च में इसमें 12.7% की भारी गिरावट दर्ज की गई थी।

कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) का उत्पादन गिरना जारी रहा। इसमें अप्रैल में इसमें 2.8% की गिरावट हुई, जबकि मार्च में यह 1.9% घटा था। स्टील उत्पादन की ग्रोथ घटकर 3% रह गई, जो मार्च की 9.3% ग्रोथ के मुकाबले काफी कम है। सीमेंट उत्पादन भी 6.7% तक सिमट गया, जबकि मार्च में इसमें 12.2% की तेज ग्रोथ हुई थी। यह निर्माण गतिविधियों में नरमी की ओर इशारा करता है।

अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने घटाया है ग्रोथ का अनुमान

पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने भारत की ग्रोथ रेट के अनुमान को घटा दिया था। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) ने अपना अनुमान 6.5 प्रतिशत से घटाकर 6.2 प्रतिशत कर दिया है। वर्ल्ड बैंक ने भी भारत की विकास दर को घटाकर 6.3 प्रतिशत बताया है। सरकार जनवरी-मार्च 2025 (Q4FY25) की जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े 30 मई को जारी करेगी।

यह भी पढ़ें : Monsoon 2025: 16 साल बाद जल्दी आएगा मानसून? क्या है मौसम विभाग का अनुमान

 

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।