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दिल्ली के स्कूलों में बच्चे पढ़ेंगे 'राष्ट्रनीति'! RSS के बारे में होगी पढ़ाई, स्वतंत्रता सेनानियों पर भी फोकस

Rashtraneeti Education Program: शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने मंगलवार (30 सितंबर) को कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्रों को जल्द ही एक नए एजुकेशनल प्रोग्राम 'राष्ट्रनीति' के तहत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के बारे में पढ़ाया जाएगा। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं पीएम नरेंद्र मोदी जैसे नेताओं का भी उल्लेख किया जाएगा

अपडेटेड Sep 30, 2025 पर 11:11 PM
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Rashtraneeti Education Program: नए शिक्षा कार्यक्रम 'राष्ट्रनीति' के तहत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के बारे में पढ़ाया जाएगा

Delhi Schools Rashtraneeti Education Program: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्र जल्द ही 'राष्ट्रनीति' नामक एक नए एजुकेशनल प्रोग्राम के तहत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के बारे में पढ़ेंगे। इसमें वीर सावरकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में भी चैप्टर शामिल होंगे। शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने मंगलवार (30 सितंबर) को यह जानकारी दी। शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्रों को जल्द ही एक नए शिक्षा कार्यक्रम 'राष्ट्रनीति' के तहत RSS के बारे में पढ़ाया जाएगा।

शिक्षा मंत्री ने बताया कि इसमें विनायक दामोदर सावरकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और सरदार वल्लभभाई पटेल सहित स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में पाठ शामिल होंगे। सूद ने कहा, "छात्रों में नागरिक और सामाजिक चेतना पैदा करने तथा मौलिक कर्तव्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए इस कार्यक्रम के तहत आरएसएस पर अध्याय जोड़ा जा रहा है।" शैक्षिक कार्यक्रम के अंतर्गत 'राष्ट्रनीति' नामक अध्याय को पहली कक्षा से कक्षा 12वीं तक के छात्रों में नागरिक जागरूकता, नैतिक शासन और राष्ट्रीय गौरव को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है।

एक सूत्र ने पीटीआई को बताया कि इस प्रोग्राम के तहत बच्चों को आरएसएस के गठन और इतिहास, उसकी विचारधारा और प्राकृतिक आपदाओं एवं स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सहायता प्रदान करने में उसके स्वयंसेवकों की भूमिका के बारे में पढ़ाया जाएगा। इनका उद्देश्य संगठन के बारे में फैली भ्रांतियों को दूर करना भी है।

सूत्र के अनुसार, पाठ में उल्लिखित योगदान स्वतंत्रता संग्राम में आरएसएस की भागीदारी के साथ-साथ उसके सामाजिक कार्यों, जैसे रक्तदान अभियान, खाद्य आपूर्ति, केदारनाथ और बिहार बाढ़ जैसी आपदाओं के दौरान बचाव प्रयास और कोविड महामारी के दौरान राहत गतिविधियों पर प्रकाश डालेंगे

इस अध्याय में 1925 में महाराष्ट्र के नागपुर में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा स्थापित आरएसएस के इतिहास का भी उल्लेख किया जाएगाइसमें सांस्कृतिक जागरूकता, अनुशासन, सेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व पर संगठन के फोकस को रेखांकित किया जाएगासाथ ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे नेताओं का उल्लेख किया जाएगा जो इससे जुड़े रहे हैं


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सूत्र ने बताया कि एक अलग खंड गुमनाम नायकों के लिए समर्पित होगाछात्र विनायक दामोदर सावरकर, सुभाष चंद्र बोस और श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानेंगेउन्होंने कहा कि शिक्षक किताबें पहले ही तैयार कर ली गई हैंउन्होंने कहा कि इन चैप्टर के बारे में अधिक जानकारी पर अभी भी चर्चा की जा रही है।

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