केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने अटल इनोवेशन मिशन और नीति आयोग के साथ मिलकर कक्षा 6 से 12वीं कक्षा तक के स्कूली छात्रों के लिए एक अनोखा और शानदार प्रोग्राम 'विकसित भारत बिल्डथॉन' लॉन्च किया है। इसमें तकरीबन 12 करोड़ बच्चे हिस्सा ले सकेंगे और उन्हें लगभग एक करोड़ रुपये की इनाम राशि भी प्रदान की जाएगी। ये एक राष्ट्रव्यापी पहल है जिसका आयोजन स्कूली छात्रों में नवाचार, रचनात्मकता और समस्या-समाधान को प्रेरित करने के लिए किया जा रहा है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि शिक्षा मंत्रालय अटल इनोवेशन मिशन और नीति आयोग के साथ मिलकर अब तक का सबसे बड़ा स्कूल हैकथॉन, बिल्डथॉन, देश भर के 1.5 लाख स्कूलों के एक करोड़ से अधिक छात्रों के लिए आयोजित करने जा रहा है। इसके तहत छात्रों को चार विषयों के तहत प्रोटोटाइप बनाने, डिजाइन करने और विकसित करने होंगे। प्रधान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सिर्फ एक प्रोग्राम नहीं, बल्कि छात्रों के भविष्य को संवारने और देश को आगे बढ़ाने का एक सुनहरा मौका है।
चार थीम पर अपने डिजाइन का प्रोटोटाइप पेश करेंगे बच्चे
प्रधान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस इस प्रोग्राम में चार खास थीम्स पर काम करना है-वोकल फॉर लोकल,आत्मनिर्भर भारत,स्वदेशी और समृद्ध भारत। इनके जरिए छात्रों को स्थानीय स्तर पर सोचने और देश को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान देने का मौका मिलेगा। बिल्डाथॉन में पूरे भारत के 6 लाख स्कूलों के बच्चे हिस्सा ले सकते हैं। इसमें उन्हें अपने विचार पेश करने, डिजाइन बनाने और प्रोटोटाइप तैयार करने का बेहतरीन मौका दिया जाएगा। चाहे आपका आइडिया छोटा हो या बड़ा, यह प्लेटफॉर्म आपको अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका देगा।
कब और कैसे हिस्सा लिया जाए?
छात्रों को मिलेगा ये फायदा
इसमें 10 नेशनल लेवल, 100 स्टेट लेवल और 1,000 डिस्ट्रिक्ट लेवल के विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही कुल 1 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि भी रखी गई है। यह प्रोग्राम इन छात्रों को अपनी रचनात्मकता दिखाने और नए कौशल सीखने का मौका देगा। नई शिक्षा नीति 2020 के विजन के तहत यह प्रोग्राम ‘विकसित भारत 2047’ के सपने को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाएगा और आपको इस बड़े विजन का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा।