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बिहार में पाकिस्तानी महिलाओं का नाम वोटर लिस्ट में मिला दर्ज, मतदान भी कर चुकी, मचा हड़कंप!

Bihar Assembly Elections : सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि दोनों महिलाओं के पास आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड भी मौजूद हैं। यही नहीं, उन्होंने पहले भी कई बार मतदान किया है। यह खुलासा होने के बाद चुनाव आयोग और गृह मंत्रालय हरकत में आ गए हैं

अपडेटेड Aug 24, 2025 पर 3:15 PM
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बिहार में SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) के बाद जारी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है।

Bihar Assembly Elections : बिहार में SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) के बाद जारी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, भागलपुर जिले से एक मामला सामने आया है, जिसमें जांच के दौरान दो पाकिस्तानी महिलाओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज पाए गए हैं।

बिहार में सामने आया हैरान करने वाला मामला


सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि दोनों महिलाओं के पास आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड भी मौजूद हैं। यही नहीं, उन्होंने पहले भी कई बार मतदान किया है। यह खुलासा होने के बाद चुनाव आयोग और गृह मंत्रालय हरकत में आ गए हैं। हालांकि, इस मामले पर गृह मंत्रालय ने कार्रवाई करते हुए दोनों महिलाओं के नाम मतदाता सूची से हटाने का आदेश दिया है। जिला प्रशासन ने भी BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) के माध्यम से फॉर्म-7 भरकर प्रक्रिया शुरू कर दी है।

दो महिलाओं का नाम आया सामने

जांच में पता चला है कि ये दोनों महिलाएं भागलपुर में भीखनपुर मोहल्ले के टैंक लेन, गुमटी नंबर-3 में रहती हैं। इनमें से एक का नाम इमराना खानम उर्फ इमराना खातून है, जिनके पति का नाम मोहम्मद इब्तुल हसन है। वहीं दूसरी महिला का नाम फिरदौसिया खानम उर्फ फिरदौसिया खातून है, जिनके पति मोहम्मद तफजील अहमद बताए गए हैं। दोनों मूल रूप से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के खुशाब जिले के रंगपुर गांव की रहने वाली हैं।

सूत्रों के मुताबिक, फिरदौसिया खानम साल 1956 के जनवरी महीने में तीन महीने के वीजा पर भारत आई थीं। वहीं इमराना उसी साल तीन साल के वीजा पर भारत पहुंचीं। वीजा खत्म होने के बाद भी दोनों ने भारत छोड़ने के बजाय अवैध रूप से यहीं रहना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने भागलपुर में स्थानीय लोगों से शादी कर ली।

शादी के बाद दोनों ने खुद को भारतीय नागरिक बताकर आधार कार्ड और वोटर आईडी भी बनवा लिया। इतना ही नहीं, जानकारी के अनुसार दोनों कई बार चुनाव में मतदान भी कर चुकी हैं।

इस मामले पर छिड़ा है विवाद

आपको बता दे कि इससे पहले भी बिहार की वोटर लिस्ट में लगातार गलतियां सामने आ चुकी हैं। कभी उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और तेजस्वी यादव के नाम पर दो - दो वोटर आईडी कार्ड होना, तो कभी कई नेताओं और आम लोगों के नाम लिस्ट से गायब मिलना। अब पाकिस्तानी नागरिकों का नाम वोटर लिस्ट से जुड़ना इन गड़बड़ियों को और गंभीर और चिंताजनक बना रहा है।

वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर सीधा हमला बोला रहा है। उनका कहना है कि वोटर लिस्ट में बार-बार गड़बड़ी होना चुनाव की ईमानदारी पर सवाल उठाता है। इसी मुद्दे को राहुल गांधी और तेजस्वी यादव अपनी 'वोटर अधिकार यात्रा' में भी उठा रहे हैं। उनका आरोप है कि बिहार में मतदाता सूची से छेड़छाड़ हो रही है। वहीं, एनडीए नेताओं का कहना है कि यह सब सिर्फ राजनीतिक दिखावा है और विपक्ष के पास जनता के लिए कोई ठोस योजना नहीं है।

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