बिहार में विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर और नवंबर में होने वाले हैं। लेकिन, राज्य में सियासी पारा अभी से चढ़ने लगा है। 243 सीटों वाले बिहार विधानसभा में अभी एनडीए की सरकार है, जिसके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। एनडीए के राज्य में 138 विधायक हैं। इनमें 84 बीजेपी और 48 जदयू के हैं। दिल्ली विधानसभा चुनावों के बाद बीजेपी ने बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है। बीजेपी का पूरा फोकस बिहार विधानसभा चुनावों पर होगा। 2025 में बिहार को छोड़ किसी दूसरे राज्य में चुनाव होने वाला नहीं है। सवाल है कि अगर बिहार में एनडीए जीतता है तो बिहार का मुख्यमंत्री कौन होगा?
अभी से क्यों हो रही नए मुख्यमंत्री के नाम की चर्चा?
आपको लग सकता है कि जब चुनाव 8-9 महीने दूर है तो अभी बिहार के अगले मुख्यमंत्री को लेकर चर्चा करने की क्या जरूरत है? दरअसल, इस सवाल ने बिहार में एनडीए के सहयोगी दल JDU को बेचैन कर दिया है। पार्टी के कार्यकर्ता इस सवाल के जवाब के लिए इंतजार करने को तैयार नहीं हैं। इसकी वजह जानने के लिए आपको पिछले साल लोकसभा चुनावों तक जाना होगा। 2024 के लोकसभा चुनावों में BJP को अपने दम पर सरकार बनाने लायक सीटें नहीं मिलीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की JDU और चंद्रबाबु नायडू की TDP के सहयोग से अपनी सरकार बनाई।
तीन राज्यों में जीत ने बढ़ाया है बीजेपी का आत्मविश्वास
पिछले साल के लोकसभा चुनावों के बाद BJP तीन राज्यों में चुनाव जीत चुकी हैं। इनमें हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली शामिल हैं। दिल्ली में तो 27 साल बाद BJP की वापसी हुई है। इस जीत ने BJP का आत्मविश्वास बढ़ा दिया है। महाराष्ट्र में BJP को सबसे ज्यादा सीटें मिली। पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता एकनाथ शिंदे की मुख्यमंत्री बनने की मांग ठुकरा दी। बीजेपी ने अपने नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया। JDU कार्यकर्ताओं को यह बात खाये जा रही है। उन्हें लगता है कि बिहार में भी चुनावों के बाद बीजेपी खेल कर सकती है।
जेडीयू जल्द से जल्द मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान चाहते हैं
इसलिए जेडीयू के कार्यकर्ता जल्द से जल्द यह ऐलान चाहते हैं कि बिहार में एनडीए के जीतने पर नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री होंगे। BJP नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात तो कर रही है, लेकिन मुख्यमंत्री के नाम पर वह साफ तौर पर कुछ कहने से बच रही है। हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम में नीतीश कुमार को 'बिहारे के लाडले मुख्यमंत्री' कहा। लेकिन, उन्होंने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया।
कैबिनेट विस्तार के बाद जेडीयू के कार्यकर्ता चिंतित
अब तो राजनीति के मैदान में उतरने वाले नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार भी यह मांग कर रहे हैं कि चुनावों से पहले बीजेपी को नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करना चाहिए। उधर, BJP की सोच यह है कि बिहार में नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान चुनावों के बाद होगा। हाल में हुए बिहार सरकार के कैबिनेट विस्तार ने जदयू की यह बेचैनी और बढ़ा दी है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनावों से 8-9 महीने पहले बिहार में राजनीति क्या मोड़ लेती है।