भारतीय जानता पार्टी ने आगामी बिहार चुनाव के लिए 71 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तारापुर से और विजय कुमार सिन्हा को लखीसराय से टिकट दिया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कभी RJD संस्थापक लालू प्रसाद यादव के भरोसेमंद सहयोगी रहे रामकृपाल यादव दानापुर से चुनाव लड़ेंगे। भगवा पार्टी की पहली लिस्ट में पिछड़ा, अतिपिछड़ा, महिला, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को 50 प्रतिशत से ज्यादा की भागीदारी दी गई है।
बड़ी बात ये है कि इस लिस्ट में नौ महिलाओं के नाम भी शामिल हैं। BJP प्रदेश अध्यक्ष ने दिलीप जायसवाल ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि पार्टी इस बार महिला प्रतिनिधित्व बढ़ाने पर जोर देगी।
BJP की पहली लिस्ट में जातीय समीकरण
वहीं अगर जातीय समीकरण की बात की जाए, तो BJP ने अपनी पहली लिस्ट में SC/ST, OBC और अति पिछड़ों को टिकट देकर सभी वर्गों को साधने की कोशिश की है।
वरिष्ठ BJP नेता और पूर्व मंत्री तारकिशोर प्रसाद कटिहार से, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे सीवान से और पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन बांकीपुर से चुनाव लड़ेंगे। लिस्ट में एक और प्रमुख नाम राष्ट्रमंडल खेलों की गोल्ड मेडल विजेता निशानेबाज श्रेयसी सिंह का है, जो पिछली बार जीती हुई जमुई सीट से चुनाव लड़ेंगी।
तारापुर, जहां से उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को मैदान में उतारा गया है, 2010 से JDU के पास है। इससे पहले, यह सीट चौधरी के पिता शकुनि चौधरी के पास थी, जो उस समय लालू यादव की RJD के पास थी।
विधानसभा स्पीकर का टिकट कटा
दिलचस्प बात यह है कि विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव का नाम लिस्ट से गायब है और पार्टी ने पटना साहिब सीट से रत्नेश कुशवाहा को मैदान में उतारा है, जबकि यादव 2010 से ये सीट जीतते आ रहे हैं।
नंद किशोर यादव ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं भारतीय जनता पार्टी के निर्णय के साथ हूं। पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है। मुझे कोई शिकायत नहीं है। नई पीढ़ी का स्वागत और अभिनंदन है।”
उन्होंने कहा कि पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने उन्हें सात बार विजयी बनाया। यादव ने कहा, “भाजपा उम्मीदवार के रूप में जो स्नेह और प्यार मुझे मिला, उसे मैं कभी भूल नहीं पाऊंगा। सबका आभार।”