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Bihar Chunav 2025: 'अचेत नहीं सचेत हैं मुख्यमंत्री' नीतीश कुमार के गांव कल्याण बिगहा में क्या कहती है जनता, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट

Bihar Election 2025: ग्राउंड रिपोर्ट में गांव वालों का एक समूह कहता है, "जब राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाया गया था, तो वे शौचालय और सचिवालय में अंतर नहीं कर पाईं। वे अनपढ़ थीं, फिर भी उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया। अब, वही परिवार उस मुख्यमंत्री पर कीचड़ उछालने की हिम्मत कर रहा है, जिसने राज्य की कायापलट की और जंगलराज का खात्मा किया

Edited By: Shubham Sharmaअपडेटेड Oct 16, 2025 पर 1:30 PM
Bihar Chunav 2025: 'अचेत नहीं सचेत हैं मुख्यमंत्री' नीतीश कुमार के गांव कल्याण बिगहा में क्या कहती है जनता, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट
Bihar Chunav 2025: 'अचेत नहीं सचेत हैं मुख्यमंत्री' नीतीश कुमार के गांव कल्याण बिगहा में क्या कहती है जनता

तेजस्वी यादव ने हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक कटाक्ष करते हुए उन्हें "अचेत" बताया था। कल्याण बिगहा में तेजस्वी के कटाक्ष का जवाब देते हुए एक ग्रामीण ने कहा, "मुख्यमंत्री जी अचेत नहीं हैं, बिल्कुल सचेत हैं"। कल्याण बिगहा नीतीश कुमार का पैतृक गांव है। यहां वो एक स्थानीय लड़का है, जिसने दो दशक पहले लालू प्रसाद को सत्ता से बेदखल करने के लिए एक साधारण पृष्ठभूमि से उठकर काम किया था। अब जब विधानसभा चुनाव में एक महीने से भी कम समय बचा है, तो इस पर मुख्यमंत्री के गांव के लोगों का क्या कहना उसे भी जान लेते हैं।

CNN-News18 की ग्राउंड रिपोर्ट में गांव वालों का एक समूह कहता है, "जब राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाया गया था, तो वे शौचालय और सचिवालय में अंतर नहीं कर पाईं। वे अनपढ़ थीं, फिर भी उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया। अब, वही परिवार उस मुख्यमंत्री पर कीचड़ उछालने की हिम्मत कर रहा है, जिसने राज्य की कायापलट की और जंगलराज का खात्मा किया।"

नालंदा के गांवों में घूमिए और कई लोग नीतीश कुमार को एक "बुद्धिमान नेता" बताएंगे, जिनकी बुद्धिमत्ता और दूरदर्शिता की बिहार में बहुत जरूरत है। कई बुजुर्ग कहते हैं कि बिहार में किसी की उम्र का मजाक उड़ाना अच्छा नहीं माना जाता।

ओम राम सड़क के मोड़ पर बैठकर अखबार पढ़ते हुए कहते हैं, "सिर्फ इसलिए कि कोई बूढ़ा हो गया है, इसका मतलब ये नहीं कि हमें उससे छुटकारा पा लेना चाहिए।" राम खुद 70 साल के हैं और कहते हैं कि उन्होंने 2005 से अपनी आंखों के सामने राज्य में बदलाव देखा है, जहां अराजकता अतीत की बात बन गई है।

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