उत्तर बिहार के चम्पारण जिले के कुछ प्रमुख कांग्रेसी नेता सन 1957 में तब के मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह से पटना में मिले। उनसे आग्रह किया कि आप अपने पुत्र शिवशंकर सिंह को विधान सभा चुनाव लड़ने की अनुमति दीजिए। श्रीबाबू ने कहा कि मेरी अनुमति है। किंतु तब मैं खुद चुनाव नहीं लड़ूंगा। क्योंकि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को चुनाव लड़ना चाहिए। शिवशंकर सिंह, श्रीबाबू के सन 1961 में निधन के बाद ही विधायक बन सके।
