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Bihar: 'पार्टी को बचाने के लिए...मेरी विवशता', बेटे के मंत्री बनने पर उपेंद्र कुशवाहा ने दी सफाई

राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के चीफ उपेंद्र कुशवाहा ने बेटे को मंत्री बनाए जाए के बाद हो रही आलोचना का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि इतिहास की घटनाओं से उन्होंने सीख ली है। समुद्र मंथन से अमृत और जहर दोनों निकलता है

Edited By: Rajat Kumarअपडेटेड Nov 21, 2025 पर 6:40 PM
Bihar: 'पार्टी को बचाने के लिए...मेरी विवशता', बेटे के मंत्री बनने पर उपेंद्र कुशवाहा ने दी सफाई
बिहार सरकार के गठन के बाद अब मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी हो गया है।

बिहार सरकार के गठन के बाद अब मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी हो गया है। 20 साल बाद नीतीश कुमार ने गृह विभाग छोड़ा है। ये विभाग अब BJP के पास चला गया है। डिप्टी CM सम्राट चौधरी गृह विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे। वहीं विभागों के बंटावारे में दीपक प्रकाश को पंचायती राज विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बता दें कि दीपक प्रकाश, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के चीफ उपेंद्र कुशवाहा के बेटे हैं। दीपक, फिलहाल न तो वे विधायक हैं और न ही एमएलसी, ऐसे में सीधे मंत्रिपद की शपथ लेने के बाद वह चर्चा में आ गए हैं। वहीं, परिवारवाद को लेकर भी उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधा जा रहा है। अब उन्होंने सफाई पेश की है

उपेन्द्र कुशवाहा का बड़ा बयान 

वहीं  राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के चीफ उपेंद्र कुशवाहा ने बेटे को मंत्री बनाए जाए के बाद हो रही आलोचना का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि इतिहास की घटनाओं से उन्होंने सीख ली है। समुद्र मंथन से अमृत और जहर दोनों निकलता है। कुछ लोगों को जहर पीना पड़ता है। शुक्रवार को उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि अगर आपने हमारे निर्णय को परिवारवाद की श्रेणी में रखा है, तो जरा समझिए मेरी विवशता को।

चीफ उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि, पार्टी के अस्तित्व व भविष्य को बचाने व बनाए रखने के लिए मेरा यह कदम जरुरी ही नहीं अपरिहार्य था। मैं तमाम कारणों का सार्वजनिक विश्लेषण नहीं कर सकता, लेकिन आप सभी जानते हैं कि पूर्व में पार्टी के विलय जैसा भी अलोकप्रिय और एक तरह से लगभग आत्मघाती निर्णय लेना पड़ा था। जिसकी तीखी आलोचना बिहार भर में हुई। उस वक्त भी बड़े संघर्ष के बाद आप सभी के आशीर्वाद से पार्टी ने सांसद, विधायक सब बनाए। लोग जीते और निकल लिए। झोली खाली की खाली रही। शुन्य पर पहूंच गए। पुनः ऐसी स्थिति न आए, सोचना ज़रूरी था।

बेटे को मंत्री बनाए जाने पर कही ये बात

राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के चीफ ने आगे कहा कि, 'दीपक प्रकाश की तो जरा समझिए - विद्यालय की कक्षा में फेल विद्यार्थी नहीं है। मेहनत से पढ़ाई करके कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री ली है, पूर्वजों से संस्कार पाया है उसने। इंतजार कीजिए, थोड़ा वक्त दीजिए उसे। अपने को साबित करने का। करके दिखाएगा। अवश्य दिखाएगा। आपकी उम्मीदों और भरोसा पर खरा उतरेगा' बता दें कि, गुरुवार को बिहार के नए मंत्रिमंडल में बिल्कुल नए चेहरे के तौर पर उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश मंत्री पद की शपथ ली थी। मंत्री बनने के बाद ने कहा कि, मैं राजनीति में नया नहीं हूं। बचपन से राजनीति से काफी करीब से देखा, काम करते हुए देख रहे हैं. मैं खुद भी राजनीति में कामों का हिस्सा हूं।

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