आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले BJP-JDU गठबंधन की चुनौतियों में सिर्फ RJD-कांग्रेस के चुनावी अभियान का सामना करना ही शामिल नहीं है। इतना ही बड़ा काम NDA के अंदर तालमेल बनाए रखना और सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे पर सहमति बनाना भी है। इनमें सबसे मुश्किल चुनौती केंद्रीय मंत्री और LJP (राम विलास) प्रमुख चिराग पासवान को मनाना होगी। 42 साल के चिराग पासवान इस बार ज्यादा सीटों की मांग पर अड़े हुए हैं। पिछले साल बिहार में हुए लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने 5 में से सभी 5 सीटें जीतकर अच्छा प्रदर्शन किया था।
