Bihar Election 2025: 'मुझे बिहार बुला रहा है' चिराग पासवान के इस बयान ने NDA क्यों मची दी खलबली?
Bihar Chunav 2025: एक सवाल का जवाब देते हुए चिराग ने यह भी कहा था, "मेरे पिता (दिवंगत रामविलास पासवान, एक प्रमुख दलित नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री) राष्ट्रीय राजनीति में रुचि रखते थे, लेकिन अपने पिता के उलट, मैं खुद को राज्य की राजनीति में देखना चाहता हूं।" हालांकि, उन्होंने बिहार की राजनीति में उतरने या राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कोई समयसीमा तय नहीं की
Bihar Election 2025: 'मुझे बिहार बुला रहा है' चिराग पासवान के इस बयान ने NDA क्यों मची दी खलबली?
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने राज्य विधानसभा चुनावों से पहले यह दोहराकर बिहार की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है कि उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता बिहार है और वो उन्हें ‘बुला रहा है।’ चिराग ने कुछ दिन पहले मीडिया से कहा था, "मेरा ध्यान बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट पर है। मेरा राज्य मुझे बुला रहा है।" इससे पहले 8 अप्रैल को इंडियन एक्सप्रेस से चिराग ने कहा था कि वह 'बिहार फर्स्ट' और 'बिहारी फर्स्ट' के कॉन्सेप्ट में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा, "मेरे पास भी MY (महिला और युवा) फॉर्मूला है। मेरे पांच सांसदों में से दो महिलाएं हैं। मैं 14 करोड़ बिहारियों की बात करता हूं... जैसे ही बिहारी बिहार से बाहर निकलते हैं और जाति से बाहर निकलते हैं, वे हर क्षेत्र में बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं - मीडिया, कॉर्पोरेट और नौकरशाही।"
एक सवाल का जवाब देते हुए चिराग ने यह भी कहा था, "मेरे पिता (दिवंगत रामविलास पासवान, एक प्रमुख दलित नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री) राष्ट्रीय राजनीति में रुचि रखते थे, लेकिन अपने पिता के उलट, मैं खुद को राज्य की राजनीति में देखना चाहता हूं।" हालांकि, उन्होंने बिहार की राजनीति में उतरने या राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कोई समयसीमा तय नहीं की।
तीन बार सांसद रह चुके 42 साल के चिराग सत्तारूढ़ NDA के प्रमुख सहयोगी हैं। इस साल के आखिर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में NDA का नेतृत्व मुख्यमंत्री और JDU चीफ नीतीश कुमार ही करेंगे।
LJP (Ramvilas) प्रमुख ने अपने “बिहार फर्स्ट” नजरिए को उजागर करने की बार-बार कोशिश की है। उन्होंने खासतौर पर ये मुद्दा तभी उठाया, जब NDA के अलग-अलग सहयोगी विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर बातचीत के लिए अपनी-अपनी रणनीति बनाने में लगे हुए हैं।
NDA का एक छोटा सा सहयोगी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर), जिसके पास सिर्फ एक लोकसभा सांसद है, विधानसभा चुनाव के लिए राज्य की 243 सीटों में से 40 सीटों की मांग कर रहा है। यह बात HAM (S) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने हाल ही में एक सार्वजनिक समारोह में कही।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, लोजपा (रामविलास) के एक नेता ने बताया, “पिछले साल के लोकसभा चुनावों में NDA ने हमें एक सीट कम दी थी और कहा था कि 2025 के विधानसभा चुनावों में हमें इसकी भरपाई कर दी जाएगी। NDA को लोकसभा चुनावों में हमारे 100 प्रतिशत स्ट्राइक रेट पर भी गौर करना चाहिए, जब हमने अपनी सभी पांच सीटें जीती थीं।"
उन्होंने आगे कहा, "बिहार में NDA ने 40 में से 30 लोकसभा सीटें जीतीं। अगर 243 सीटों को NDA की लोकसभा सीटों से भाग दिया जाए, तो हर लोकसभा सीट के लिए आठ विधानसभा सीटें आती हैं। इस पैमाने से हमें विधानसभा चुनाव में 40 सीटें मिलनी चाहिएं।"
LJP (रामविलास) के एक और नेता ने माना कि चिराग की हालिया बिहार केंद्रित टिप्पणी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए सीटों में "सम्मानजनक हिस्सेदारी" का दावा करने की उनकी रणनीति का हिस्सा थी। उन्होंने कहा, "एक बात साफ है कि चिराग पासवान इस चुनाव में नहीं लड़ रहे हैं। हालांकि, उनकी नजर 2030 के विधानसभा चुनावों पर है।"
2021 में अपने पिता के निधन के बाद पार्टी के विभाजन से बड़ा झटका झेलने के बाद, चिराग ने 2024 के लोकसभा चुनावों में जोरदार वापसी की, जिसमें LJP (रामविलास) ने बिहार में अपनी सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की, जबकि NDA के बड़े सहयोगी BJP 17 सीटों और JDU ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिनमें से 12-12 सीटें जीतीं। इसके उलट RJD के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने कुल 9 सीटें जीतीं।
भाजपा और JDU खेमे ने चिराग के “बिहार मुझे बुला रहा है” वाले बयान को विधानसभा चुनाव में “ज्यादा सीटों के लिए सौदेबाजी” से जोड़ दिया है।
BJP के एक नेता ने कहा, “जब तक किसी पार्टी के पास कम से कम 15% वोट शेयर नहीं होता, तब तक वह बिहार में अपने दम पर चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं करेगी। चिराग पासवान जानते हैं कि 2020 के चुनावों में वे सिर्फ एक गेम बिगाड़ने वाले खिलाड़ी साबित हुए थे। अब केंद्रीय मंत्री के तौर पर उनकी स्थिति अच्छी है और हमें नहीं लगता कि वे इस समय कोई दिखावा करेंगे।”
चिराग का नाम लिए बिना, वरिष्ठ BJP नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने रविवार को पटना में एक सवाल का जवाब देते हुए मीडिया से कहा, "कोई भी अभिनेता बिहार का मुख्यमंत्री नहीं बन सकता। केवल एक जमीनी राजनेता ही इस पद का हकदार है।" गौरतलब है कि चिराग ने अपने करियर की शुरुआत एक फिल्म अभिनेता के तौर पर की थी, लेकिन कुछ फिल्में करने के बाद उन्होंने इसे छोड़ दिया।