बिहार विधानसभा चुनाव 2025 करीब है और अब त्योहारों में भी राजनीति का असर दिखने लगा है। विजयादशमी के मौके पर बिहार की राजनीति में नेताओं एक-दूसरे पर तीखे वार कर रहे है। एक ओर BJP और JDU ने लालू प्रसाद यादव और राजद पर निशाना साधते हुए उन्हें असली रावण कहा, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और महागठबंधन ने पलटवार करते हुए NDA सरकार को ही 'रावणी सरकार' बता दिया।
बेगूसराय में विजयादशमी के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और BJP सांसद गिरिराज सिंह ने लालू यादव पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि "लालू प्रसाद ही असली रावण हैं। 2005 से पहले बिहार में उनका ही रावण शासन था। कभी चरवाहा विद्यालय खोलते थे, जबकि आज नीतीश कुमार हर जिले में मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज खोल रहे हैं।"
वहीं NDA सरकार की तारीफ करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि गरीबों और महिलाओं को सम्मान देने का काम NDA सरकार ने किया है। "ढाई करोड़ से ज्यादा महिलाओं को सम्मान मिला है, गरीबों को घर दिया गया है। लालू यादव को शायद रावण की परिभाषा मालूम नहीं है, तभी तेजस्वी यादव ऐसे सवाल पूछते हैं।" इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि "राहुल गांधी जैसे लोगों को संघ का स्वयंसेवक बनने के लिए सात जन्म लेने होंगे। संघ हमेशा देश के लिए काम करता है, जबकि राहुल गांधी अर्बन नक्सल की तरह व्यवहार करते हैं।"
JDU ने भी लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधा है, अपने आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) हैंडल से एक AI वीडियो जारी किया है, जिसमें लालू प्रसाद यादव को रावण के रूप में दिखाया गया। वीडियो में दस सिर वाले रावण के हर सिर पर अलग-अलग शब्द लिखे गए हैं जैसे - अपराध, लूट, भ्रष्टाचार, छिनतई, रंगदारी, जातीय हिंसा, हत्या, अपहरण और बलात्कार। वीडियो के अंत में जनता को लालू-रावण का वध करते हुए दिखाया गया है। जेडीयू ने इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा "इस विजयादशमी पर बिहार की जनता बुराई का समूल नाश कर देगी। बुराई हमेशा हारती आई है, इस बार भी हार होगी। जीत बिहार की होगी, जीत बिहार की जनता की होगी।"
इस राजनीतिक बयानबाजी पर कांग्रेस भी पीछे नहीं रही। कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने JDU-BJP पर पलटवार करते हुए कहा - "जिस सरकार में हत्या के आरोप में घिरे नेता उपमुख्यमंत्री हों और नकली दवाइयां बेचकर लोगों की जान लेने वाले मंत्री हों, वही असली राक्षसी सरकार है। बिहार की जनता इस बार वोट के तीर से इस रावणी सरकार का संहार करेगी।"
विजयादशमी जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व का इस्तेमाल भी अब सियासत में हथियार के रूप में किया जा रहा है। जहां NDA जनता को यह संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि 2005 से पहले का बिहार "जंगलराज" और "रावण राज" था, वहीं महागठबंधन मौजूदा सरकार को भ्रष्टाचार और अपराध से जोड़कर "रावणी राज" साबित करने की कोशिश कर रहा है।