बिहार विधानसभा चुनाव (2025) से पहले महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में बगावत थमने का नाम नहीं ले रही है। टिकट बंटवारे के बाद कई नेता पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ खड़े हो गए थे। इसी को देखते हुए RJD ने बुधवार (29 अक्टूबर) को बड़ा कदम उठाते हुए 10 बागी नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इससे पहले 27 अक्टूबर को 27 नेताओं पर कार्रवाई की गई थी। इस तरह अभी तक कुल 37 RJD नेता बाहर हो चुके हैं।
RJD ने बयान जारी कर बताया कि इन नेताओं ने चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियां कीं और आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ प्रचार किया। कई नेताओं ने स्वतंत्र उम्मीदवारों का खुला समर्थन किया, जिसके बाद उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई।
इन 10 नेताओं को किया गया निष्कासित
RJD ने जिन नेताओं को निकाला, उनमें मौजूदा और पूर्व विधायक का नाम शामिल हैं -
बिहार चुनाव में टिकट का ऐलान होते ही RJD में असंतोष बढ़ गया था। कई नेता टिकट न मिलने से नाराज़ होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने या विरोधियों को समर्थन देने लगे थे। मधुबन, बाराचट्टी और अन्य सीटों पर नेता खुलेआम प्रदर्शन करते दिखे थे।
बता दें कि निष्कासित नेताओं में कई ऐसे नेता भी शामिल हैं, जो RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की नई पार्टी 'जनशक्ति जनता दल' के टिकट पर चुनाव मैदान में उतर चुके हैं। तेज प्रताप यादव पहले ही पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित है। अब उनके समर्थक और करीबी नेताओं पर भी कार्रवाई की जा रही है। इस तरह कुल 37 नेताओं को RJD अब तक बाहर का रास्ता दिखा चुकी है।
सियासी जानकार मानते हैं कि लगातार हो रही बगावत ने RJD की चिंता बढ़ा दी है। चुनाव के दौरान इतनी बड़ी संख्या में नेताओं का बाहर होना उम्मीदवारों की उम्मीदों पर असर डाल सकता है।
बिहार चुनाव से पहले RJD में जारी उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। लगातार कार्रवाई बताती है कि पार्टी बागियों को लेकर सख्त है।