Bihar Election 2025: बिहार में इस साल के आखिरी में होने वाले विधानसभा चुनाव में NDA और महागठबंधन के दबदबे के बीच पूर्व राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के लिए अभी बहुत कम गुंजाइश है। इस बीच, जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए रविवार (13 अप्रैल) को कहा कि बिहार को लूटने वाले पहले संभल जाएं, क्योंकि उनको हम किसी भी कीमत जीतने नहीं देंगे। हालांकि, उन्होंने इस दौरान सीएम नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी पर भी हमला बोला।
प्रशांत किशोर ने एक इंटरव्यू में कहा, "वह लोग पहले पहले संभल जाएं, जिन्होंने जनता को लूटा है। जिन्होंने बिहार को बर्बाद किया है। उनको तो हम लोग नहीं जीतने देंगे। चाहें वह जो लोग हों...जिस दल के हों। जिन लोगों ने बिहार के बच्चों का भविष्य बर्बाद किया है। जिन लोगों ने यहां भ्रष्टाचार किया है। जिन लोगों ने बिहार को लूटकर अनपढ़ और मजदूर की फैक्ट्री बनाया है। उनको हम लोग नहीं जीतने देंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "जनता के पास हम एक ईमानदार और सशक्त विकल्प देंगे। अगर उसके आगे जनता चाहती है कि जन सुराज के दौर पर एक नई व्यवस्था बने तो जनता को तय कहना है।" उन्होंने आगे दावा किया कि पिछले 30-35 सालों से लालू और नीतीश-बीजेपी एक दूसरे का डर दिखाकर जो वोट लेते रहे हैं। उस डर की राजनीति को इस बार जन सुराज खत्म करेगा।
प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को दावा किया कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का 'राजनीतिक श्राद्ध' साबित होगा। किशोर ने पटना के गांधी मैदान में आयोजित 'बिहार बदलाव रैली' में यह टिप्पणी की। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के लोगों को नीतीश कुमार, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निराश किया है।
हालांकि, किशोर लोगों की कम उपस्थिति को लेकर नाखुश दिखे। उन्होंने बमुश्किल 10 मिनट रैली को संबोधित करने का फैसला किया। उन्होंने प्रशासन पर राज्य के अन्य हिस्सों से आने वाले कम से कम दो लाख लोगों के पटना में प्रवेश करने से रोकने का आरोप लगाया।
पूर्व चुनाव रणनीतिकार ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार के इशारे पर काम किया। उन्होंने कहा कि वह 74-वर्षीय नेता (कुमार) का राजनीतिक श्राद्ध करेंगे। किशोर ने कहा, "आइए हम इस सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लें। जंगलराज लेकर आए लालू प्रसाद ने बिहार के लोगों को निराश किया। वे (लोग) अब नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक नए प्रकार के नौकरशाही ‘जंगल राज’ से जूझ रहे हैं और नीतीश का समर्थन करने वाले (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी ने भी लोगों को निराश किया है।"
बिहार चुनाव से पहले कम हुआ प्रभाव?
किशोर ने इस साल की शुरुआत में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा के उम्मीदवारों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन में अपनी भागीदारी को भी याद किया। इस प्रदर्शन से जन सुराज पार्टी का कद बढ़ा था। हालांकि कुछ महीने पहले राज्य में पांच विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों में पार्टी कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाई थी।
इस बीच, जनता दल (यूनाइटेड) के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) और प्रवक्ता नीरज कुमार ने दावा किया, "प्रशांत किशोर की रैली एक फ्लॉप शो थी। जो लोग आए, उनकी संख्या शाम को टहलने वालों की आम भीड़ से ज्यादा नहीं थी।" अपना संक्षिप्त भाषण समाप्त करने से पहले किशोर ने पार्टी कार्यकर्ताओं से वादा किया, "मैं मीडिया से कुछ बातें करूंगा और फिर देर रात तक गांधी मैदान में रहूंगा। मैं आप सभी से मिलूंगा।"