Bihar Election : बीजेपी जानती है कि बिहार चुनाव में एनडीए की नैय्या पूरी तरह से पीएम मोदी ही पार लगाएंगे। इसका सबूत पूरे बिहार की जनता के सामने है कि पीएम नरेन्द्र मोदी बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले राज्य के लगातार दौरे कर रहे हैं। इन तमाम दौरों में विभिन्न सरकारी योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास के साथ साथ सार्वजनिक रैली को भी संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी भी ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि इन कार्यक्रमों और रैलियों में प्रदेश एनडीए के तमाम बड़े नेता मौजूद रहें। पीएम मोदी अपनी रैलियों के जरिये एनडीए में एकजुटता दिखाने और सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे का संदेश लगातार दे भी रहे हैं। साथ ही सभी सहयोगी दलों और बिहार की जनता के सामने ऐलान कर चुके हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
बिहार का विकास पीएम मोदी की पहली प्राथमिकता
पीएम मोदी ने तीन देशों की यात्रा से वापसी के तुरंत बाद तीन राज्यों का दौरा किया है और इनमें बिहार प्रमुख है। सीवान की रैली में पीएम मोदी ने भ्रष्टाचर और परिवार को लेकर कांग्रेस और आरजेडी पर जम कर निशाना साधा था और बिहार को कई दशक पीछे धकेलने का आरोप भी लगाया था। पहलगाम हमले के बाद और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी पीएम मोदी बिहार गए थे। पहलगाम के बाद पीएम अभी तक 3 बार बिहार जा चुके हैं। मोदी 3.0 यानि अपने तीसरे कार्यकाल में जून 2024 के बाद से पीएम मोदी बिहार के छह दौरे कर चुके हैं । एक आंकड़ें के मुताबिक 2014 में सत्ता सँभालने के बाद से पीएम मोदी बिहार के 52 दौरे कर चुके हैं। वाकई बिहार का विकास पीएम मोदी के लिए एक ऐसी प्राथमिकता है जिसके बारे मे पूरा बिहार जानता है।
सभी विधानसभा सीटों पर बन रहा प्लान
पिछले विधानसभा चुनाव में भी पहले चरण के बाद पीएम के धुंआधार प्रचार ने एनडीए को सत्ता में लाने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस बार भी पीएम मोदी कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। चुनावों के ऐलान के पहले पीएम मोदी बिहार के सभी 9 प्रमंडलों में एक रैली करेंगे। अब तक पीएम मोदी की 3 प्रमण्डलों मधुबनी, बिक्रमगंज और सिवान में रैली हो चुकी है। सूत्र बताते हैं कि पीएम की रैलियों से पूरा बिहार कवर करने के लिए 9 प्रमंडलों में 9 रैलियां करने की योजना बनायी गयी है। बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले तक पीएम मोदी की बिहार में छह और रैलियाँ हो सकती हैं। इसमे से पहली तीन रैलियों के लिए जो तीन प्रमंडल चुने गए हैं वो हैं कोसी क्षेत्र, गया और बेगूसराय। बाकी तीन रैलियों के लिए स्थान निर्धारित किए जाएंगे।
आरजेडी और कांग्रेस को घेरने की कवायद
15 जुलाई से 15 सितंबर तक दो महीनों में बिहार की सभी विधानसभा सीटों में एनडीए की सभाएं और रैलियाँ होंगी। इससे पहले सभी जिलों और ब्लॉक स्तर में एनडीए की बैठकें हो चुकी हैं। इन सभाओं और रैलियों को एनडीए के सभी राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के नेता संबोधित करेंगे। चिराग पासवान भले ही बिहार पुकार रहा है कि दुहाई दे रहे हैं लेकिन वो भी जानते हैं कि अभी मुख्यमंत्री के पद पर वैकेंसी नहीं है। बीजेपी भी जानती है की जब सीटों के तालमेल का काम पूरा नहीं हो जाता तब तक ऐसी बयानबाजी और दबाव की राजनीति चलती ही रहेगी। जीतनराम मांझी, चिराग पासवान, जेडीयू सरीखे सहयोगियों के साथ बीजेपी चुनावो मेंं गैर यादव ओबीसी वोट बैंक और अपने परंपरागत वोट बैंक के साथ साथ चंद और छोटी पार्टियों को मिलाकर कर आरजेडी और कांग्रेस को घेरने की कवायद में लग गयी है।