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Bihar Chunav 2025: "दुख तो है, पर हम गरीब तबके के लोग हैं", सिर्फ 6 सीट मिलने पर जीतन राम मांझी का दर्द झलका!

Bihar Assembly Elections 2025: उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य पार्टी की मजबूती और समाज के कमजोर वर्गों की आवाज को उठाना है। मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी को अभी तक निर्वाचन आयोग से मान्यता नहीं मिली है, जिसके कारण उन्हें कई बैठकों में आमंत्रित नहीं किया जाता

Suresh Kumarअपडेटेड Oct 13, 2025 पर 3:39 PM
Bihar Chunav 2025: "दुख तो है, पर हम गरीब तबके के लोग हैं", सिर्फ 6 सीट मिलने पर जीतन राम मांझी का दर्द झलका!
Bihar Chunav 2025: NDA में सिर्फ 6 सीट मिलने पर जीतन राम मांझी का दर्द झलका

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले NDA में सीट बंटवारे को लेकर जारी रस्साकसी के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने सोमवार (13 अक्टूबर) को मीडिया से खुलकर अपनी बात रखी। मांझी ने माना कि उनकी पार्टी को सिर्फ छह सीटें दी गई हैं, जबकि उन्होंने कम से कम 14-15 सीटों की मांग की थी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वे 'जो मिला, उसी में संतुष्ट हैं' और पूरी ताकत के साथ NDA को जिताने के लिए काम करेंगे।

जो मिला, उसी में खुश हैं, हम गरीब तबके के लोग हैं

मीडिया से बातचीत के दौरान जीतन राम मांझी ने कहा कि, "I am satisfied with what I have. हम गरीब तबके के लोग हैं, कमियों में जीना सीखा है। हमने NDA से कम से कम 14-15 सीट मांगी थी ताकि हमारी पार्टी को मान्यता मिल सके। लेकिन छह सीट दी गई, तो दुख तो है, लेकिन हम उसी में संतुष्ट हैं।"

उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य पार्टी की मजबूती और समाज के कमजोर वर्गों की आवाज को उठाना है। मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी को अभी तक निर्वाचन आयोग से मान्यता नहीं मिली है, जिसके कारण उन्हें कई बैठकों में आमंत्रित नहीं किया जाता। उन्होंने दुखी स्वर में कहा, "हमको आयोग की बैठकों में नहीं बुलाया जाता और मतदाता सूची भी नहीं दी जाती, इसलिए हम अपमानित महसूस करते हैं।"

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