बिहार की राजनीति में सियासी बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार तेज होता जा रहा है। विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, नेताओं के बीच हमले और भी ज्यादा तीखे हो रहे हैं। हाल ही में बिहार बंद के दौरान BJP कार्यकर्ताओं की कथित गुंडागर्दी को लेकर RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि गुजराती लोग बिहारियों को इतने हल्के में न लें।
लालू यादव ने PM मोदी पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर लिखा, "क्या प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपाइयों को आदेश दिया है कि आज पूरे बिहार और बिहारियों की माताओं-बहनों और बेटियों को गाली दो? गुजराती लोग बिहारियों को इतने हल्के में ना लें। यह बिहार है। बीजेपी के गुंडे-मवाली सम्मानित शिक्षिकाओं, राह चलती महिलाओं, छात्राओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पत्रकारों को गालियां दे रहे हैं, उनके साथ हाथापाई और दुर्व्यवहार कर रहे हैं। क्या यह उचित है? यह शर्मनाक है।" इसके साथ ही विपक्ष लगातार BJP पर हमला बोल रहा है कि बिहार बंद के नाम पर गुंडागर्दी कराई गई है।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मां को गाली' देने वाले विवाद पर कहा था, “मेरी मां का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था, फिर भी उनका अपमान क्यों किया गया? मैं कांग्रेस और RJD को माफ कर सकता हूं, लेकिन बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी।”
PM के इस बयान के बाद NDA ने साफ कर दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव तक इस संदेश को हर गली-मोहल्ले और कस्बे तक पहुंचाया जाएगा, ताकि जनता को बताया जा सके कि माताओं और बहनों का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान दरभंगा में खुले मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'मां को गाली' दी गई थी। इस विवाद के बाद BJP ने 4 सितंबर को आधे दिन का बिहार बंद बुलाया था। इस बंद को NDA के सभी दलों ने समर्थन दिया और सुबह से ही कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए।
इसके साथ ही बंद के दौरान राज्य के कई जिलों से यह खबरें आईं कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कथित महिलाओं और आम जनता के साथ अभद्रता की है। राह चलती महिलाओं, छात्राओं और यहां तक कि शिक्षिकाओं और पत्रकारों से भी बदसलूकी के आरोप लगे है। कुछ जगहों पर धक्का-मुक्की और हाथापाई तक की नौबत आ गई।
वहीं बिहार बंद के दौरान पूर्व मंत्री एवं BJP विधायक प्रमोद कुमार ने PM मोदी की मां को गाली देने वाले घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए उन्हें ‘असुर’ कह दिया।
इसी कड़ी में प्रमोद कुमार ने कहा, “जिस तरह मां दुर्गा असुरों का संहार करती हैं, उसी तरह मां भगवती राहुल और तेजस्वी का भी संहार करेंगी, क्योंकि इन दोनों ने ‘मां का अपमान’ किया है।” उनके इस बयान ने राज्य की सियासत में एक नई बहस छेड़ दी है और यह मुद्दा अब चुनावी माहौल में और भी गरमाता दिख रहा है।
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि बिहार बंद के दौरान सामने आई घटनाएं और उस पर लालू यादव का सीधा हमला आगामी चुनाव को और भी ज्यादा गर्मा देगा। खासकर जब महिलाओं और आम जनता से बदसलूकी जैसे आरोप लगे हैं, तो इसका असर सीधा चुनावी मैदान में देखने को मिलेगा।
इस पूरे घटनाक्रम ने बिहार की राजनीति को फिर से दो खेमों में बांट दिया है। NDA अपने कार्यकर्ताओं के साथ इस बंद को सफल बताने में जुटा है, जबकि महागठबंधन इसे BJP की हताशा और गुंडागर्दी करार दे रहा है।