बिहार विधानसभा में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बीच तीखी बहस हुई, जिसमें उपमुख्यमंत्री ने कहा, "वो क्या बोलेगा जिसका पिता अपराधी हो।" दोनों नेताओं के बीच टकराव तब शुरू हुआ जब यादव ने मतदाता सत्यापन प्रक्रिया (SIR) में कथित गड़बड़ी पर चिंता जताई। उन्होंने एक पत्रकार के खिलाफ FIR दर्ज करने पर भी सरकार पर सवाल उठाया, जिसने कथित तौर पर BLO को खुद फॉर्म पर हस्ताक्षर करते हुए दिखाया था।
इस बीच, सम्राट चौधरी ने व्यक्तिगत हमला करते हुए कहा, "...जिसका अपना पिता अपराधी हो, वो क्या कह सकता है?" इस टिप्पणी से विधानसभा में हंगामा मच गया। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए, RJD से निलंबित नेता तेज प्रताप यादव ने कहा कि पूरे देश ने देखा कि किस तरह उन्होंने गुंडागर्दी की। उन्होंने यह भी कहा कि उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को सभ्य भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए, वरना जनता उन्हें सबक सिखा देगी।
न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार यादव ने कहा, "पूरे देश ने देखा कि किस तरह उन्होंने गुंडागर्दी का सहारा लिया...बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को सभ्य भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए, अन्यथा जनता उन्हें सबक सिखाएगी।"
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खामोश नजर आए, लेकिन तेजस्वी ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें बीजेपी नेताओं से सावधान रहना चाहिए, क्योंकि लोग कहने लगे हैं कि JDU अब BJP का एक प्रकोष्ठ बन गया है।
बाद में बिहार विधानसभा के अंदर हुए हंगामे पर प्रतिक्रिया देते हुए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा, "यह साफ है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में हुए कामों ने विपक्ष को बेचैन कर दिया है और वे कुछ भी कहने के लिए तैयार बैठे हैं, क्योंकि उन्हें विकास दिखाई नहीं दे रहा है।"