'पुलिस के साथ मारपीट' ! दिल्ली में वोटिंग से पहले CM आतिशी के खिलाफ केस दर्ज, रमेश बिधूड़ी के भतीजे पर भी मुकदमा
Delhi Elections: पहले मामले में बताया गया कि आतिशी 10 कारों में 50-60 समर्थकों के साथ फतेह सिंह मार्ग पर पहुंची थीं। दूसरा मामला आतिशी समर्थकों के खिलाफ सरकारी काम में रुकावट पैदा करने और पुलिस कर्मियों पर हमला करने के आरोप में दर्ज किया गया है। आतिशी ने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ता जेजे कैंप, गिरिनगर इलाके में निवासियों को धमकी दे रहे हैं
दिल्ली में वोटिंग से पहले CM आतिशी के खिलाफ केस दर्ज, रमेश बिधूड़ी के भतीजे पर भी मुकदमा
दिल्ली में वोटिंग से एक दिन पहले पुलिस ने बीजेपी के कालकाजी प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी के भतीजे और AAP प्रत्याशी-मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दोनों मामले कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में दर्ज किए गए थे। मामले के डिटेल के अनुसार, AAP नेता आतिशी और उनके समर्थकों पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप में कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में दो अलग-अलग मामलों में केस दर्ज किया गया है।
पहले मामले में बताया गया कि आतिशी 10 कारों में 50-60 समर्थकों के साथ फतेह सिंह मार्ग पर पहुंची थीं। दूसरा मामला आतिशी समर्थकों के खिलाफ सरकारी काम में रुकावट पैदा करने और पुलिस कर्मियों पर हमला करने के आरोप में दर्ज किया गया है।
खबरों के मुताबिक, AAP सदस्य अश्मित और सागर मेहता ने कथित तौर पर हेड कांस्टेबल कौशल पाल को रोका और उनके साथ मारपीट की। ये घटना तब हुई, जब वह गोविंदपुरी में एक सभा की रिकॉर्डिंग कर रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में AAP कार्यकर्ता अधिकारी को थप्पड़ मारते दिख रहे हैं।
आतिशी ने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ता जेजे कैंप, गिरिनगर इलाके में निवासियों को धमकी दे रहे हैं।
X पर AAP नेता ने दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने "अवैध रूप से दो लोगों को हिरासत में लिया, जो MCC उल्लंघन की रिपोर्टिंग कर रहे थे और वीडियो बना रहे थे।" उन्होंने आगे आरोप लगाया कि MCC का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
रमेश बिधूड़ी के भतीजे के खिलाफ केस दर्ज
इस बीच, दिल्ली पुलिस ने साइलेंस पीरियड के दौरान MCC का उल्लंघन करने के आरोप में मनीष बिधूड़ी और रवि दयामा के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
शिकायत दर्ज कराने वाली आतिशी के मुताबिक, चुनाव से पहले बाहरी हस्तक्षेप पर प्रतिबंध के बावजूद मनीष बिधूड़ी कालकाजी में बाहरी लोगों के साथ मौजूद थे।
हालांकि पुलिस ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 126 के तहत मामला दर्ज किया है। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि बिधूड़ी के परिवार से जुड़ी गाड़ियों की कार्यकारी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने जांच की थी, लेकिन कोई उल्लंघन नहीं पाया गया।
मौन काल या साइलेंस पीरियड क्या है?
मतदान से पहले 48 घंटे का समय वो है, जब सभी अभियान गतिविधियां बंद हो जानी चाहिए। किसी बाहरी हस्तक्षेप की अनुमति नहीं है।
कालकाजी एक बड़ी लड़ाई वाला विधानसभा क्षेत्र है, जहां आतिशी बीजेपी के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान बुधवार 5 फरवरी को होगा और नतीजे शनिवार को घोषित किए जाएंगे।