Delhi Election 2025: दिल्ली चुनाव में महिलाओं के लिए वादों की झड़ी, लेकिन विधानसभा पहुंचने में क्यों पिछड़ी नारी
Delhi Assembly Election 2025: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा और रिजल्ट 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। पिछले एक दशक से दिल्ली पर शासन करने वाली आम आदमी पार्टी (AAP), Delhi Chunav 2025 LIVE updates: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच कांटे की टक्कर है। भगवा पार्टी 25 साल बाद दिल्ली में सत्ता हासिल करने की कोशिश कर रही है। 5 फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान सोमवार (3 फरवरी, 2025) शाम 6 बजे समाप्त हो गया
Delhi Election 2025: दिल्ली में सभी 70 सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होगा और रिजल्ट 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे
Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में तीनों प्रमुख पार्टियों आम आदम पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस ने महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए इस बार कई महिला केंद्रित योजनाओं की घोषणा की है। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन कार्यालय द्वारा प्रकाशित मतदाता सूची के अनुसार, दिल्ली में लगभग 71 लाख महिला मतदाता हैं, जो कुल वोट का लगभग 45% है। लेकिन दिल्ली के विधानसभा चुनाव में तीनों ही पार्टियों ने 13 फीसदी से भी कम महिला उम्मीदवार उतारे हैं।
महिला प्रत्याशी की बात करें तो आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस एक ही पायदान पर हैं। तीनों पार्टियों ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 9-9 महिलाओं को चुनावी टिकट दिया है। पिछले चुनाव में 62 फीसदी महिलाओं ने दिल्ली की सरकार चुनने के लिए मतदान किया था। लेकिन उन्हें प्रतिनिधित्व देने के मामले में काफी पीछे हैं। आम आदमी पार्टी ने जिन 9 विधानसभा सीटों पर महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है, इनमें 6 मौजूदा महिला विधायक हैं।
यानी तीन नए महिला चेहरे को अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने टिकट दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि वर्ष 1993 से 2020 तक दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सीटों में से महिला विधायकों की संख्या अधिकतम 9 से ज्यादा कभी नहीं रही है। उनके मुताबिक, हर बार की तरह इस विधानसभा चुनाव में भी महिला वोटर्स का समर्थन तो हर राजनीतिक दल चाहती है, लेकिन उनकी भागीदारी अधिक करने में वह आगे नहीं आ पाती।
साल 1993 से 2020 तक दिल्ली विधानसभा के सात विधानसभा चुनाव हुए हैं। इस बीच दिल्ली को 8 मुख्यमंत्री मिले। इनमें से तीन महिला मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी मुख्यमंत्री के तौर पर दिल्ली की कमान संभाली हैं। साल 1998 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली में सर्वाधिक 9 महिला उम्मीदवार विधायक बनकर विधानसभा में पहुंची थी। अभी तक विधानसभा में पुरुष विधायकों का प्रतिनिधित्व 61 से अधिक अधिक रहा है। साल 1993 में तीन महिलाएं निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंची थी।
उसके बाद साल 1998 के विधानसभा चुनाव में 9 महिलाएं विधानसभा पहुंची। फिर साल 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में 7 महिला निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंची थी। 2008 के विधानसभा चुनाव में यह संख्या सात से घटकर तीन पर आ गई। इसके बाद दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी के उदय के बाद हुए पहले चुनाव में वर्ष 2013 में तीन महिला विधायक चुनी गई थी। उसके बाद साल 2015 में तीन और वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में 6 महिला विधायक निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंची थी। दिल्ली में हुए अब तक सात विधानसभा चुनाव में कुल 34 महिलाएं ही विधायक बन पाई हैं।