Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवार एक-दूसरे को शह-मात देने में जुटे हुए हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को वोटिंग होगी। जबकि मतों की गणना 8 फरवरी को होगी। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की जांच के बाद 719 उम्मीदवार मैदान में हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस से चुनाव लड़ने वाले करीब तीन चौथाई उम्मीदवार करोड़पति हैं। इस चुनाव में 155 करोड़पति प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं।
हिंदुस्तान अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 77.14 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। वहीं, राजधानी में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने इस बार 70 फीसदी ऐसे लोगों को टिकट दिया गया है, जो करोड़पति हैं। इसके अलावा बीजेपी ने मौजूदा विधानसभा चुनाव में 77.14 फीसदी करोड़पतियों पर भरोसा जताया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में सबसे गरीब उम्मीदवार कांग्रेस के टिकट पर मोतीनगर से चुनाव लड़ रहे राजेंद्र सिंह हैं। उनके पास महज 24,000 रुपये की संपत्ति है। हालांकि उनकी पत्नी करोड़पति है। हिंदुस्तान के मुताबिक, उनके पास 5.5 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है।
दो अरबपति भी लड़ रहे चुनाव
दिल्ली चुनाव में दो अरबपति उम्मीदवार भी विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। शकूरबस्ती से चुनाव लड़ रहे बीजेपी उम्मीदवार करनैल सिंह सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। उनके नाम पर 227 करोड़ रुपरये की चल और अचल संपत्ति है। वहीं, करनैल सिंह के अलावा बीजेपी उम्मीदवार मनजिंदर सिंह सिरसा के पास भी 1.86 अरब रुपये की चल अचल संपत्ति है।
चुनाव आयोग के अनुसार, दिल्ली के 70 निर्वाचन क्षेत्रों में से 11 जिलों की 58 सीट सामान्य हैं। जबकि 12 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इसके अलावा दिल्ली में 83.49 लाख पुरुष मतदाता और 71.73 लाख महिला मतदाता हैं। थर्ड जेंडर के मतदाताओं की संख्या 1,261 है। इनमें 25.89 लाख युवा मतदाता भी हैं। दिल्ली में कुल 1.55 करोड़ से अधिक मतदाता हैं।
दिल्ली चुनाव 2025 की बड़ी बातें
दिल्ली चुनाव में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 13,033 है, जिनमें से दिव्यांग व्यक्तियों और महिलाओं द्वारा प्रबंधित 70-70 मतदान केंद्र हैं। दिल्ली में सत्ता हासिल करने के लिए आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस में टक्कर है। आम आदमी पार्टी जहां तीसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का दावा ठोक रही है। तो वहीं 10 साल से विधानसभा में अनुपस्थित रही कांग्रेस भी इस बार सिर्फ खाता खोलने की ही नहीं। बल्कि सरकार बनाने का दावा कर रही है।
इन दोनों पार्टियों के अलावा दिल्ली भाजपा ने विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री दिल्ली में बीजेपी प्रत्याशियों के चुनावी प्रचार कर रहे हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कई चुनावी सभाएं यहां पर होनी हैं। दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को वोटिंग होगी। 8 फरवरी को परिणाम घोषित किए जाएंगे।