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Farhan Akhtar: फरहान अख्तर के ड्राइवर ने एक्टर को लगाया चूना, पुलिस ने दर्ज किया केस

Farhan Akhtar: फरहान अख्तर की मां हनी ईरानी को उनके ड्राइवर ने लाखों रुपए का चूना लगा दिया है। उनके ड्राइवर नरेश सिंह और बांद्रा झील के पास एक पेट्रोल पंप के कर्मचारी अरुण सिंह पर इस फर्जीवाड़े का आरोप लगाया गया है। क्या है पूरा मामला चलिए बताते हैं...

Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Oct 04, 2025 पर 8:06 PM
Farhan Akhtar: फरहान अख्तर के ड्राइवर ने एक्टर को लगाया चूना, पुलिस ने दर्ज किया केस
फरहान अख्तर के ड्राइवर ने एक्टर को लगाया चूना

Farhan Akhtar: मुंबई पुलिस ने फिल्म एक्टर फरहान अख्तर की मां हनी ईरानी की शिकायत पर एक कम्पलेन दर्ज की है। पुलिस ने उनके ड्राइवर नरेश सिंह (35) और बांद्रा झील के पास एक पेट्रोल पंप के कर्मचारी अरुण सिंह (52) के खिलाफ 12 लाख रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में शिकायत दर्ज की है। आरोपों में फरहान अख्तर के नाम पर बने ईंधन कार्ड का दुरुपयोग करके ईंधन खरीदने के बजाय पैसे निकालने का दोनों पर आरोप लगा है।

यह मामला एक्टर के परिवार के तब सामने आया, जब हनी ईरानी की मैनेजर दीया भाटिया ने ईंधन के लिए यूज किए जाने वाले रिकॉर्ड में गड़बड़ देखीं। 35 लीटर के ईंधन टैंक वाले एक वाहन में 62 लीटर ईंधन का भरना दिखाया गया था और रिकॉर्ड में सात साल पहले बेची गई कार के लिए ईंधन की खरीदारी को शो किया गया था। पूछताछ करने पर, नरेश सिंह सही से जवाब नहीं दे पाया और उसने ईंधन भरवाने के लिए कार्ड का यूज करने की बात स्वीकार की। आगे की जांच से पता चला कि उसने अख्तर के नाम पर जारी तीन अलग-अलग ईंधन कार्ड से चूना लगाया है।

बांद्रा पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर (संख्या 1668/2025) के मुताबिक हनी ईरानी की मैनेजर दीया भाटिया ने 1 अक्टूबर, 2025 को इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया है, कि ड्राइवर नरेश रामविनोद सिंह ने पेट्रोल पंप के कर्मचारी अरुण अमर बहादुर सिंह के साथ अप्रैल 2022 से सितंबर 2025 के बीच ईंधन कार्डों का दुरुपयोग किया है।

वहीं पुलिस जांच में सामने आया कि सिंह ने 2022 में फरहान अख्तर के पुराने ड्राइवर से कार्ड्स लिए थे। वह बांद्रा झील के पास एसवी रोड पेट्रोल पंप पर बिना ईंधन भराए कार्ड स्वाइप करता रहता था। स्टेशन कर्मचारी, अरुण सिंह इसके बदले 1,000 रुपये से 1,500 रुपये के बीच एक स्वाइप के लिए उसे नकद राशि देता था, जिसमें से नरेश एक हिस्सा रखता था।

नरेश सिंह ने आखिर में ज्यादा पूछताछ के बाद हेराफेरी की बात कबूल कर ली है। वह ईंधन की बढ़ी हुई मात्रा को रिकॉर्ड में डलवाता था और बिना ईंधन भरे ईंधन के लिए पैसे लेता रहता था, ऐसे में दोनों पक्ष पैसे कमा लेते थे। इसमें उन वाहनों के लिए फर्जी लेनदेन भी शामिल थे, जो अब हनी ईरानी के परिवार के पास हैं भी नहीं। मुंबई पुलिस ने आईपीसी की धारा 316(2) आपराधिक विश्वासघात, 318(4) और 3(5) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

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