Toxic Air: देश के बड़े हिस्से में जहरीले धुंध की चादर छाए रहने से सांस संबंधी बीमारियां खतरनाक स्तर पर पहुंच गई हैं। खासतौर पर उत्तर भारत में इससे ज्यादा लोग प्रभावित है। इसका नतीजा ये हुआ है कि नवंबर 2025 में अस्थमा और सीओपीडी (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) दवाओं की बिक्री ने पिछले तीन वर्षों में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है। इन दवाओं की बिक्री में ये वृद्धि बिगड़ती वायु गुणवत्ता और दवा की खपत के बीच एक खतरनाक संबंध को दर्शाती है।
