Bihar Election 2025: बिहार में वोटर लिस्ट के लिए स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान चल रहा है। इसे लेकर बुधवार (23 जुलाई) को बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिला। सीएम नीतीश कुमार ने RJD नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जब आपके माता-पिता का राज था तो उस वक्त राजधानी पटना में कोई शाम को भी बाहर नहीं निकलता था।
इस दौरान नीतीश कुमार ने कहा, "जब आप बच्चे थे, आपके पिता सात साल मुख्यमंत्री रहे और आपकी मां भी सात साल मुख्यमंत्री रहीं। तब क्या स्थिति थी? मैं कुछ समय के लिए आपके साथ गया था। लेकिन आप सही काम नहीं कर रहे थे, इसलिए मैंने आपको छोड़ दिया। हम (JDU और BJP) शुरू से साथ हैं और आगे भी रहेंगे।"
साथ ही सीएम नीतीश कुमार ने तेजस्वी से पूछा कि RJD ने मुसलमानों के लिए आज तक क्या किया। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के लिए मैंने काम किया। सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार हर मामले में हमारी पूरी तरह से मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी को अपने माता-पिता का कार्यकाल देखना चाहिए। नीतीश के इस बयान पर RJD विधायकों ने जमकर हंगामा किया।
नीतीश कुमार के बयान के बाद विपक्षी विधायक वेल में आकर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान 'नीतीश कुमार मुर्दाबाद', 'नीतीश कुमार हाय-हाय' और 'नीतीश कुमार चुप्पी तोड़ो' के नारे लगे। विधानसभा में नीतीश कुमार ने तेजस्वी पर हमला बोलते हुए कहा, "हम लोगों ने काम करके दिखाया, अपने माता-पिता का कार्यकाल देखें।"
भारी हंगामे के बाद विधानसभा को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद विधानसभा के मेन गेट पर विपक्ष ने प्रदर्शन किया। नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम दूसरे गेट से अंदर पहुंचे। इस दौरान विधायकों और मार्शल के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।
बता दें कि चुनाव आयोग (ECI) ने बिहार में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान के तहत वोटर लिस्ट से अब तक 51 लाख मतदाताओं के नाम हटाए जाने की जानकारी दी है। इस मामले में पटना से लेकर दिल्ली पर बवाल मचा हुआ है। विपक्षी दलों के सांसदों ने SIR की कवायद और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर बुधवार को भी लोकसभा में हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
मानसून सत्र के तीसरे दिन निचले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों के सदस्य हंगामा करने लगे। विपक्षी सांसदों ने आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की और तख्तियां लहराईं। उन पर एसआईआर विरोधी नारे लिखे हुए थे। उन्होंने बिहार में एसआईआर की कवायद, पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर को रोकने और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावों समेत कुछ विषयों पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया।