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Cold Forecast: रजाई-कंबल और हीटर पहले से तैयार रखें, इस सर्दी इतनी ठंड क्यों पड़ेगी, जानें पूरी जानकारी

Cold Weather Forecast: भारत में मौसम तेजी से बदल रहा है और औसत तापमान बढ़ रहा है। इस साल मानसून में हिमाचल, उत्तराखंड और पंजाब में भारी बारिश हुई। अब सर्दियां आने वाली हैं और विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि ला-नीना के सक्रिय होने से इस बार सर्दियां सामान्य से अधिक ठंडी और बर्फबारी वाली हो सकती हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 14, 2025 पर 11:25 AM
Cold Forecast: रजाई-कंबल और हीटर पहले से तैयार रखें, इस सर्दी इतनी ठंड क्यों पड़ेगी, जानें पूरी जानकारी
Cold Weather Forecast: ला-नीना, एल-नीनो–सदर्न ऑसीलेशन (ENSO) का ठंडा चरण है।

भारत में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है और इसका असर आम लोगों की जिंदगी पर भी पड़ रहा है। पिछले कुछ सालों में औसत तापमान बढ़ा है, लेकिन बारिश अब पुराने पैटर्न के अनुसार नहीं हो रही है। इस साल के मानसून में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब जैसे राज्यों में बहुत ज्यादा बारिश हुई, जिससे कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति बनी। अब सर्दियों का मौसम आने वाला है और मौसम विशेषज्ञ पहले से ही अलर्ट दे रहे हैं। उनका कहना है कि इस बार की सर्दियां सामान्य से ज्यादा ठंडी हो सकती हैं।

इसके पीछे मुख्य कारण ला-नीना है, जो समुद्र के सतही तापमान को ठंडा कर देता है और पूरे मौसम पर असर डालता है। अक्टूबर से दिसंबर के बीच ला-नीना काफी सक्रिय रहने की संभावना है, जिससे इस साल ठंडी हवाओं और बर्फबारी के असर वाले सर्दियों का सामना करना पड़ सकता है।

ला-नीना क्या है और क्यों महत्वपूर्ण है?

ला-नीना, एल-नीनो–सदर्न ऑसीलेशन (ENSO) का ठंडा चरण है। इसमें प्रशांत महासागर के भूमध्यरेखीय क्षेत्र का सतही तापमान सामान्य से नीचे चला जाता है। ये केवल महासागर तक सीमित नहीं रहता, बल्कि वैश्विक मौसम पर भी असर डालता है। भारत में ला-नीना आमतौर पर सर्दियों को औसत से ठंडा बना देता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर 2025 के बीच ला-नीना विकसित होने की 50% से अधिक संभावना है, जिससे ठंडी सर्दियां होने की उम्मीद है।

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