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Diwali 2025: मिलावटी मावा, पनीर और मिठाई की शिकायत के लिए इस राज्य ने जारी किया टोल फ्री नंबर

Diwali 2025: त्योहार खुशिया बढ़ाने के लिए होते हैं, बीमारी को न्योता देने के लिए नहीं होते हैं। लेकिन बाजार में मिलने वाला मिलावटी मावा, पनीर या मिठाई रंग में भंग घोलने का काम करते हैं। इससे निपटने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया है।

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 16, 2025 पर 8:05 PM
Diwali 2025: मिलावटी मावा, पनीर और मिठाई की शिकायत के लिए इस राज्य ने जारी किया टोल फ्री नंबर
खराब या मिलावटी मिठाई की शिकायत के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने टोल फ्री नंबर जारी किए हैं।

Diwali 2025: त्योहार के मौके पर बाजार में मिलने वाले नकली, मिलावटी या खराब खाने-पीने का सामान बड़े पैमाने पर बाजार में मौजूद होता है। ये मिलावट खोया-मावा, पनीर या मिठाइ में देखने को मिलती है। त्योहार का मौका खुशियां मनाने, मिठाइयां खाने और त्योहार मनाने का होता है। लेकिन, खराब या मिलावटी मिठाई आदि खाने से कई बार लोगों की तबीयत खराब हो जाती है, जिससे रंग में भंग पड़ जाता है। इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने टोल फ्री नंबर जारी किए हैं। इन नंबरों पर खराब या मिलावटी खोया, पनीर और मिठाई की शिकायत की जा सकेगी।

शिकायत करने वाले की पहचान रहेगी गुप्त

दिवाली के मौके पर आम जनता की शिकायत पर भी मिलावटखोरें के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बाजार से खरीदी गई मिठाई, पनीर या खोये से गंध आ रही है, उसका स्वाद अजीब लग रहा है या देखने में सही नहीं लग रहा है, तो आम नागरिक इसकी शिकायत कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के निर्देश पर फूड सेफ्टी ऐंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FSDA) ने ये अभियान 8 से 17 अक्टूबर के बीच चलाया है।

इन टोल फ्री नंबरों पर करें शिकायत

एफएसडीए ने शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 18001805533 और व्हाट्सएप नंबर 9793429747 व 8756128434 जारी किया है। यहां फोन करने वालों की पहचान किसी को नहीं बताई जाएगी।

मौके पर नष्ट की गई 1.75 करोड़ रुपये की सामग्री

खाद्य सुरक्षा विभाग के विशेष अभियान में 4621 निरीक्षण, 2085 छापे और 2853 नमूनों की जांच में 3.88 करोड़ रुपये की मिलावटी खाद्य सामग्री जब्त की गई है। इनमें से 1155 क्विंटल की सामग्री इंसानों के खाने योग्य नहीं थी, जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। इसकी कीमत 1.75 करोड़ रुपये थी। इसके अलावा, लखनऊ, उन्नाव और मथुरा में तीन एफआईआर भी दर्ज की गई हैं।

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