ED ने रियल एस्टेट धोखाधड़ी मामले में लालू परिवार के करीबी कारोबारी को किया गिरफ्तार, जानें अमित कात्याल पर क्या है आरोप

ED arrests Lalu family aide Amit Katyal: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद के परिवार के करीबी माने जाने वाले रियल एस्टेट कारोबारी अमित कात्याल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) जांच के दौरान मिले नतीजों के आधार पर हिरासत में लिया गया। इसमें करीब ₹300 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी का मामला सामने आया था

अपडेटेड Nov 19, 2025 पर 3:33 PM
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Lalu family aide arrested: गुरुग्राम की एक विशेष अदालत ने अमित कात्याल को छह दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया (Photo by News18 Hindi)

Lalu family close aide arrested: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुग्राम में घर खरीदारों के साथ कथित धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार के करीबी माने जाने वाले रियल एस्टेट कारोबारी अमित कात्याल को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि कात्याल को एजेंसी के गुरुग्राम जोनल ऑफिस ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत गिरफ्तार किया। फिर गुरुग्राम की एक विशेष अदालत ने उसे छह दिन की ईडी कस्टडी में भेज दिया।

यह जांच गुरुग्राम के सेक्टर-70 में 14 एकड़ में बने 'क्रिश फ्लोरेंस एस्टेट' में फ्लैट्स को न सौंपने के आरोपों से संबंधित है। इस परियोजना का विकास कात्याल की कंपनी 'एंजल इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड' द्वारा किया जा रहा था। कात्याल को ईडी ने 2023 में रेलवे के कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाले से संबंधित एक अलग मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी गिरफ्तार किया था।

इसमें लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और परिवार के अन्य सदस्य शामिल हैं। व्यवसायी को अगस्त में एजेंसी द्वारा 'क्रिश रियलटेक' के माध्यम से घर खरीदारों से 500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के तीसरे मामले में चार्जशीट में नामजद किया गया था। वह इस कंपनी का प्रमोटर है।


News18 हिंदी के मुताबिक, कत्याल को केंद्रीय एजेंसी की जांच के दौरान मिले नतीजों के आधार पर हिरासत में लिया गया। इसमें करीब ₹300 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी का मामला सामने आया था। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, कत्याल को सोमवार, 17 नवंबर को ED के गुरुग्राम जोनल ऑफिस ने PMLA के नियमों के तहत अरेस्ट किया था।

यह ताजा कार्रवाई दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) द्वारा रजिस्टर किए गए एक केस से हुई है। इसे बाद में ED ने अपने हाथ में ले लिया। News18 हिंदी के मुताबिक, कत्याल पर पहले एक और केस में केस दर्ज किया गया था। वह मेसर्स एंगल इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा एक मुख्य आरोपी है। ये कंपनी कथित रियल-एस्टेट गड़बड़ियों के लिए जांच के दायरे में है।

News18 हिंदी के मुताबिक, सरकारी कर्मचारियों के लिए बने एक प्रोजेक्ट में धोखाधड़ी वाली बुकिंग, लाइसेंस लेने में गड़बड़ियां और DTCP हरियाणा द्वारा लाइसेंस दिए जाने से पहले ही खरीदारों से पैसे इकट्ठा करने जैसे गंभीर आरोप सामने आए हैं।

PTI के मुताबिक, कत्याल पर अगस्त में कृष रियलटेक से जुड़े एक और मामले में भी चार्जशीट दायर की गई थी। इसमें घर खरीदने वालों से कथित तौर पर करीब ₹500 करोड़ का डिफॉल्ट किया गया था। कत्याल को पहले 2023 में ED ने कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाले से जुड़ी एक अलग मनी-लॉन्ड्रिंग जांच में गिरफ्तार किया था।

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बताया जा रहा है कि इसमें RJD प्रमुख लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और परिवार के दूसरे सदस्य शामिल थे। एजेंसी की मौजूदा कस्टोडियल पूछताछ में फंड फ्लो, लाइसेंसिंग प्रोसीजर और घर खरीदने वालों से इकट्ठा किए गए पैसे के कथित डायवर्जन पर फोकस होने की उम्मीद है।

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