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ग्लोबल स्मार्टफोन कंपनियां संचार साथी ऐप पर सरकार के निर्देश का विरोध कर सकती हैं

DoT के निर्देश में कहा गया है कि स्मार्टफोन बनाने वाली सभी कंपनियों को भारत में बेचे जाने वाले सभी नए स्मार्टफोन में संचार साथी साइबर सिक्योरिटी ऐप को प्री-इंस्टॉल करना होगा। डीओटी के इस निर्देश से एपल के साथ फिर से टकराव की स्थिति बन सकती है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 01, 2025 पर 10:57 PM
ग्लोबल स्मार्टफोन कंपनियां संचार साथी ऐप पर सरकार के निर्देश का विरोध कर सकती हैं
संचार साथी ऐप स्मार्टफोन यूजर्स के हितों को ध्यान में रख तैयार किया गया है।

एपल और शियोमी जैसी ग्लोबल स्मार्टफोन कंपनियां संचार साथी ऐप प्री-इंस्टॉल करने के सरकार के निर्देश पर विचार कर रही हैं। वे सरकार को ऐप को प्री-इंस्टॉल करने में आने वाली दिक्कतों के बारे में बता सकती हैं। उनकी दलील है कि डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिकेशंस ने इस बारे में उन्हें बताए गए अचानक निर्देश जारी कर दिया। हालांकि, लावा इंटरनेशनल सरकार के निर्देश के पालन के लिए पूरी तरह से तैयार है। यह भारतीय स्मार्टफोन कंपनी है।

भारत में बेचे जाने वाले सभी स्मार्टफोन में ऐप प्री-इंस्टॉल करना होगा

DoT के निर्देश में कहा गया है कि स्मार्टफोन बनाने वाली सभी कंपनियों को भारत में बेचे जाने वाले सभी नए स्मार्टफोन में संचार साथी साइबर सिक्योरिटी ऐप को प्री-इंस्टॉल करना होगा। डीओटी के इस निर्देश से एपल के साथ फिर से टकराव की स्थिति बन सकती है। इससे पहले एपल ने सरकारी की तरफ से जारी ऐसे निर्देशों का विरोध किया है। डीओटी के इस आदेश का पालन Samsung, Vivo, Oppo और Xiaomi जैसी स्मार्टफोन कंपनियों को भी करना होगा, जिनकी भारत के स्मार्टफोन बाजार में अच्छी पैठ है।

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