गोवा में रोमियो लेन में क्लब बिर्च के मालिक दो भाई- सौरभ और गौरव लूथरा को अगले हफ्ते तक भारत लाए जाने की उम्मीद है। क्लब बिर्च में आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि दोनों भाइयों भारत वापस लाने की कानूनी औपचारिकताएं काफी लंबी हैं और हफ्ते के आखिर यानी वीकेंड में ये सभी प्रक्रियाएं धीमी हो जाती हैं। सूत्रों के अनुसार, "बैंकॉक में भारतीय दूतावास सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा से जुड़े मामले में थाई अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है।"
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सूत्रों ने कहा, “दूतावास के हस्तक्षेप के बाद थाई अधिकारियों ने फुकेत में दोनों को हिरासत में ले लिया है। थाई अधिकारी फिलहाल स्थानीय कानूनों के अनुसार कार्रवाई कर रहे हैं, जिसमें दोनों व्यक्तियों को भारत वापस भेजना भी शामिल है।”
सूत्रों के अनुसार, कार्यवाही के तहत दोनों भाइयों को फुकेत से बैंकॉक में इमिग्रेशन डिपार्टमेंट सेंटर ले जाया जाएगा। बैंकॉक में उन्हें इमरजेंसी ट्रेवल सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा और औपचारिकताओं और कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद, निर्वासन प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी।
जांचकर्ताओं के अनुसार, भाइयों ने आधी रात को लगी आग के दो घंटे से भी कम समय बाद थाईलैंड के लिए टिकट बुक किए और रविवार सुबह तड़के उड़ान भरी, वे "पिछले चार दिनों से फुकेत में थे"।
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया, “दोनों एक होटल में ठहरे हुए थे और आस-पास के रेस्टोरेंट में खाना खा रहे थे। कानूनी औपचारिकताओं के कारण उन्हें भारत लाने में तीन से चार दिन लगेंगे। वे थाईलैंड पुलिस की हिरासत में हैं। दोनों को पहले बैंकॉक ले जाया जाएगा।”
गुरुवार को गोवा में बोलते हुए मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा, “मैं गोवा पुलिस और सभी केंद्रीय एजेंसियों… CBI, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उनकी त्वरित कार्रवाई और समन्वय के कारण, चार दिनों के भीतर, थाईलैंड भाग गए दोनों क्लब मालिकों को वहां हिरासत में ले लिया गया है।”