Heavy Rain Alert: दिल्ली-NCR और गुजरात में मुंबई की तरह बरसेंगे बादल! कश्मीर में भारी बारिश से आई बाढ़, हिमाचल में स्कूल-कॉलेज बंद
Heavy Rain Alert in Delhi-NCR: मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-NCR के इलाकों में अगले दो दिन झमाझम बारिश होने की चेतावनी जारी की है। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मुंबई समेत महाराष्ट्र, असम, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर, गुजरात, मिजोरम, हिमाचल प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में इन दिनों मूसलाधार बारिश हो रही है
Maharashtra Heavy Rain: मुंबई में मंगलवार को भी भारी बारिश हुई। इससे सड़कों पर पानी भर गया
Heavy Rain Alert in Delhi-NCR: दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में अगले 24 घंटे के दौरान तेज बारिश होने की आशंका है। दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा समेत NCR के कई शहरों में मध्यम बारिश होने के बावजूद उमस से लोग परेशान हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश और बिहार में भी मौसम का यही हाल है। वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पिछले चार दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से लोग परेशान हैं। पूरा शहर ठप पड़ा हुआ है।
इस बीच, मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-NCR के इलाकों में अगले दो दिन झमाझम बारिश होने की चेतावनी जारी की है। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मुंबई समेत महाराष्ट्र, असम, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर, गुजरात, मिजोरम, हिमाचल प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में इन दिनों मूसलाधार बारिश हो रही है। जबकि दिल्ली, यूपी-बिहार में लोगों को उमस का सामना करना पड़ रहा है।
मुंबई में कई दिनों की भारी बारिश के बाद बुधवार (20 अगस्त) शाम को थोड़ी राहत मिली। भारी बारिश के कारण पूरे क्षेत्र में जलभराव हो गया था। मंगलवार को मीठी नदी का जलस्तर बढ़ने और इलाके में बाढ़ आने के बाद NDRF की टीमों को निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा। कुछ निवासी अपने घर लौट गए हैं। जबकि अन्य सरकारी अधिकारियों द्वारा बनाए गए शेल्टर में हैं। लगातार 4 दिनों तक हुई मूसलाधार बारिश मे मुंबई जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मुंबई समेत महाराष्ट्र में बारिश और बाढ़ से पिछले चार दिनों में 21 लोगों की मौत हुई है।
गुजरात के कई इलाकों में बाढ़
गुजरात के कई तटीय जिलों में बुधवार को भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए। निचले इलाकों से कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। जूनागढ़ के मेंदर्दा तालुका में 12 घंटे में 331 मिमी बारिश दर्ज की गई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले दो दिनों में और बारिश होने की आशंका जताई है। राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र में जूनागढ़ के कई हिस्सों में सुबह बहुत भारी बारिश हुई। मौसम ब्यूरो ने बृहस्पतिवार सुबह तक जिले के कुछ स्थानों पर अत्यधिक बारिश से लेकर असाधारण रूप से भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।
पीटीआई के अनुसार, मेंदार्दा तालुका में बुधवार शाम छह बजे खत्म हुए 12 घंटों में 331 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि केशोद तालुका में इसी अवधि में 280 मिमी बारिश हुई। पोरबंदर, नवसारी और वलसाड सहित अन्य जिलों में दिन में भारी बारिश हुई। इसके कारण प्रशासन को प्रभावित लोगों के लिए बचाव और राहत अभियान शुरू करना पड़ा।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य इकाई एसडीआरएफ की कई टीमों को उन क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य चलाने के लिए तैनात किया गया है। जहां भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। बारिश के कारण कई नदियां उफना गईं, जिससे आस-पास के गांवों के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई।
अधिकारियों ने बताया कि पोरबंदर जिले के बोरासर गांव में बाढ़ के कारण एक स्कूल के 46 बच्चे और चार टीचर फंस गए। जूनागढ़ के कलेक्टर अनिल राणावसिया ने कहा कि जिले के तीन तालुका भारी बारिश से विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं। बांध के उफान पर होने के कारण 52 निचले गांवों को अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने बताया कि मनावदर गांव में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
कश्मीर में भी बिगड़े हालात
जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों में भी भारी बारिश के कारण कई नदियों और नालों में अचानक बाढ़ आ गई है। साथ ही कुछ जगहों पर भूस्खलन और ट्रैफिक बाधित होने की भी सूचना है। अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है। मुगल रोड बाधित हो गया है। वहीं, जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर वाहनों की आवाजाही भी बाधित हुई है। उन्होंने बताया कि जम्मू में मूसलाधार बारिश के कारण बान टोल प्लाजा के पास हाइवे के एक हिस्से पर जलजमाव हो गया। इससे ट्रैफिक बाधित हो गया। यात्रियों को बहुत असुविधाओं का सामना करना पड़ा।
भूस्खलन की आशंका
अधिकारियों ने बताया कि नंदनी सुरंग में भूस्खलन के कारण यातायात कुछ समय के लिए बाधित हुआ। हालांकि मलबा हटाने के बाद ट्रैफिक बहाल हो गया। चेनानी क्षेत्र में भी मामूली भूस्खलन हुआ है।उन्होंने बताया कि जम्मू के डोगराहाल क्षेत्र में बारिश के कारण एक स्कूल की ऊपरी दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। लेकिन इस हादसे में किसी के हतात होने की कोई सूचना नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि वाहन चालकों से सावधानी बरतने के लिए कहा गया है, क्योंकि कई निचले इलाकों में जलभराव जारी है।
भारी बारिश के बाद रामबन जिले के पांच इलाकों में भूस्खलन की आशंका को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है। किश्तवाड़ जिले के खानपुरा क्षेत्र के मुगल मैदान के पास भूस्खलन होने से राजमार्ग पर यातायात ठप हो गया, जिसके बाद प्रशासन मलबा हटा रहा है।अधिकारियों ने बताया कि जम्मू, रियासी, सांबा और कठुआ जिलों में चिनाब, तवी, उझ और बसंतर सहित नदियां और नालों में तेज बहाव है, जिससे निचले इलाकों और बस्तियों में जलभराव हो गया है।
हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में स्कूल-कॉलेज बंद
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ऊना, कुल्लू और मंडी जिलों के कुछ इलाकों में स्कूल और कॉलेज बंद करने पड़े हैं। ऊना के अंब और गगरेट अनुमंडलों में एहतियात के तौर पर स्कूल बंद कर दिए गए हैं। कुल्लू के मनाली और बंजार एवं मंडी जिले के इलाकों में अचानक आई बाढ़, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं के बाद इसी तरह के आदेश जारी किए गए हैं।
यूपी के तिर्थयात्री की मौत
अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि कन्नूर जिले में कैलाश यात्रा से लौटते समय चट्टान गिरने से मारे गए तीर्थयात्री का शव बुधवार को बरामद कर लिया गया। उन्होंने बताया कि मंगलवार को गणेश गुफा के पास हुए हादसे में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निवासी गौरव (31) घायल हो गए थे। सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी।
अधिकारियों ने बताया कि शव को क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ ले जाया गया और पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। कुल्लू के शास्त्री नगर में नाले में अचानक आई बाढ़ से घरों और वाहनों को नुकसान पहुंचा, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि, कुल्लू नगर परिषद के अध्यक्ष महंत गोपाल दास ने बताया कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
सब डिवीजन मजिस्ट्रेट द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि सोमवार रात बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ की वजह से मंडी जिले के सिलभुधानी गांव में एक पैदल पुल बह गया। बयान में कहा गया कि जिले के भुबू, कुंगरी और संबद्ध नदियों में भी हलचल देखी जा रही है। इसके कारण छात्रों की सुरक्षा के लिए गांव के स्कूलों को बुधवार को बंद रखने का आदेश जारी किया गया।
तीन नेशनल हाइवे समेत 368 सड़कें बंद
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार सुबह राज्य में तीन नेशनल हाइवे समेत कुल 368 सड़कें आम लोगों के लिए बंद कर दी गईं। इनमें मंडी जिले की 173 और निकुल्लू जिले की 126 सड़कें शामिल हैं। मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार शाम से राज्य के कई हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
ऊना में सबसे अधिक 132.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके बाद भरवाईं में 68 मिमी, देहरा गोपीपुर में 63.4 मिमी, पालमपुर में 60.4 मिमी, गुलेर में 60 मिमी, सोलन में 56 मिमी, बिलासपुर में 53.8 मिमी और जुब्बड़हट्टी में 48.3 मिमी बारिश दर्ज की गई।
अधिकारियों ने बताया कि बिलासपुर जिले में कीरतपुर-नेरचौक चार लेन राजमार्ग पर बलोह और गरमोरा टोल प्लाजा पर भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के मद्देनजर टोल वसूली एक महीने के लिए स्थगित कर दी गई है। IMD ने 24 से 26 अगस्त तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में मूसलाधार बारिश की आशंका जताते हुए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। राज्य में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर 23 अगस्त को 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है।