रात भर हुई लगातार बारिश ने पूरे उत्तर बंगाल में भारी तबाही मचाई है। दार्जिलिंग के मिरिक और सुखिया पोखरी में भूस्खलन की खबर है। इसके चलते 14 लोगों की जान चली गई है। दार्जिलिंग जिला पुलिस का बचाव बचाव अभियान जारी है। खराब मौसम और दुर्गम इलाके मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने का अनुमान है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज, 5 अक्टूबर को दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग और कूचबिहार के लिए भारी बारिश की भविष्यवाणी करते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अलीपुरद्वार के लिए रेड अलर्ट और उत्तरी दिनाजपुर, दक्षिणी दिनाजपुर और मालदा के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने लोगों को पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे शरण लेने और जल निकायों के संपर्क से बचने की चेतावनी दी है।
पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बीच सड़क संपर्क टूटा
जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी और कूचबिहार भी भारी बारिश से प्रभावित हैं। कई इलाकों में जलभराव की खबर है। भूस्खलन के कारण पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बीच सड़क संपर्क टूट गया है। दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी के बीच मेन रोड ब्लॉक है। सिलीगुड़ी और सिक्किम को जोड़ने वाले वैकल्पिक रूट, राष्ट्रीय राजमार्ग 717E पर भूस्खलन के कारण यातायात ठप हो गया है। यह भूस्खलन पेडोंग और ऋषिखोला के बीच हुआ, जिससे रेनॉक होकर जाने वाला अहम रूट ब्लॉक हो गया। कलिम्पोंग जिले में स्थिति गंभीर बनी हुई है, लगातार बारिश से भारी नुकसान हुआ है। भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। कई सड़कें कट गई हैं और कम्युनिकेशन लाइंस बाधित हैं।
रात भर हुई भारी बारिश के कारण दुधिया में बालासन नदी पर बना लोहे का पुल ढह गया। यह सिलीगुड़ी और मिरिक को जोड़ता था। इस रूट पर व्हीकल्स की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है। नदी के किनारे रहने वाले निवासी जल स्तर के लगातार बढ़ने से चिंता में हैं।