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Heavy Rain: महाराष्ट्र में भारी बारिश से हाई अलर्ट! मुंबई में ट्रेन और विमान प्रभावित, ठाणे में 20 लोगों की मौत, नांदेड़ में 7 लोग बहे

Maharashtra Heavy Rain: महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में एक ऑटो रिक्शा और कार में सवार सात लोग बाढ़ग्रस्त सड़क पर बह गए जिनमें से तीन लोगों को स्थानीय बचाव दल ने सुरक्षित निकाल लिया। जबकि एक पुरुष और तीन महिलाएं अब भी लापता हैं। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना मुजखेड़-उदगीर रोड पर देर रात करीब 1 बजकर 40 मिनट पर हुई

अपडेटेड Aug 19, 2025 पर 4:02 PM
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Maharashtra Heavy Rain: मुंबई में मंगलवार को भी भारी बारिश हुई। इससे सड़कों पर पानी भर गया

Maharashtra Heavy Rain: पिछले चार दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से मंगलवार (19 अगस्त) को मुंबई की मीठी नदी उफान पर आ गई। इसके कारण कुरला इलाके के करीब 350 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। मुंबई में मंगलवार (19 अगस्त) को भी भारी बारिश हुई। इससे सड़कों पर पानी भर गया। मुंबई की जीवन रेखा मानी जाने वाली लोकल ट्रेन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति की समीक्षा करते हुए बताया कि महापौर ने उन्हें जानकारी दी है कि शहर में महज छह घंटे में लगभग 200 मिमी बारिश दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों में यह आंकड़ा 300 मिमी तक पहुंच गया।

अधिकारियों के अनुसार, नदी का जलस्तर सुबह 3.9 मीटर तक बढ़ गया था। हालांकि दोपहर तक यह घटकर 3.7 मीटर रह गया। नदी का खतरे का स्तर 4.2 मीटर है। भारी बारिश और ज्वार की वजह से कुरला, साकीनाका, रेलवे पटरियों और एयरपोर्ट के आसपास के इलाके जलमग्न हो गए। स्थानीय निवासियों ने बताया कि नदी का पानी कुरला के क्रांति नगर इलाके में घुस आया, जिसके कारण प्रशासन को लोगों को वहां से निकालना पड़ा। शिंदे ने बताया कि पानी निकासी के लिए 525 पंप, 10 मिनी पंपिंग स्टेशन और छह मुख्य पंपिंग स्टेशन सक्रिय कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि बीएमसी और आपदा प्रबंधन टीमें हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं।

इस बीच, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बताया कि महाराष्ट्र में अब तक करीब 10 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि बारिश से प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि नुकसान का आकलन बारिश कम होने के बाद शुरू होगा। अधिकारियों ने बताया कि विहार, तुलसी और पवई झीलों के निचले क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से जलाशय भर गए हैं और अतिरिक्त पानी मीठी नदी में छोड़ा जा रहा है, जिससे मीठी नदी का जलस्तर और बढ़ गया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने अपील की है कि नदी के किनारे संवेदनशील इलाकों के निवासी सतर्क रहें और जलमग्न क्षेत्रों में न जाएं।


ठाणे में चार महीनों में 20 लोगों की मौत

महाराष्ट्र के ठाणे जिले में पिछले चार महीनों में बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 20 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि इस मानसून में जिले में अब तक 1,842.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संदीप माने ने पीटीआई को बताया कि मई से अब तक हुई इन मौतों का कारण पेड़ गिरना, डूबना, बिजली गिरना और करंट लगना आदि रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ठाणे शहर में सोमवार को सबसे ज्यादा 69 मिमी बारिश हुई। जिले में एक दिन में कुल 119.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई। अब तक जिले में उसके मौसमी औसत की 70.8 प्रतिशत वर्षा हो चुकी है। माने के अनुसार, सबसे ज्यादा 11 मौतें कल्याण तालुका में हुईं। जबकि शाहापुर में पांच, मुरबाद में तीन और ठाणे तालुका में एक व्यक्ति की मौत दर्ज की गई। इस दौरान 11 लोग घायल भी हुए।

बारिश से संबंधित घटनाओं में 337 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए, जिनमें से पांच मकान सोमवार को प्रभावित हुए। इसके अलावा, 13 मवेशियों की मौत हुई और अंबरनाथ में 20 परिवारों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा।

नांदेड़ में 7 लोग बहे, तीन को बचाया गया

महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में सोमवार को देर रात एक ऑटो रिक्शा और कार में सवार सात लोग बाढ़ग्रस्त सड़क पर बह गए जिनमें से तीन लोगों को स्थानीय बचाव दल ने सुरक्षित निकाल लिया। जबकि एक पुरुष और तीन महिलाएं अब भी लापता हैं। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना मुजखेड़-उदगीर रोड पर देर रात करीब 1 बजकर 40 मिनट पर हुई। उन्होंने बताया कि बीते दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण जिले के कई गांव जलमग्न हो गए हैं। अब तक 293 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।

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उन्होंने बताया कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम पिछले तीन दिनों से लगातार राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है और चार गांवों से लोगों को निकाला गया है। प्रशासन के अनुसार, सोमवार को ही बरहली और मुक्करामाबाद राजस्व मंडलों में क्रमश: 354.8 मिमी और 206.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके चलते लेंदी नदी का जलस्तर बढ़ गया और आसपास के गांवों में पानी घुस गया, हालांकि अब स्थिति नियंत्रण में है।

अधिकारी ने बताया कि रावनगांव से 225 लोगों को, भिंगोली से 40, बसवाड़ी से 10 और हसनाल से आठ लोगों को सुरक्षित निकाला गया। भारतीय सेना की एक यूनिट ने प्रभावितों के इलाज के लिए मेडिकल कैंप भी स्थापित किया है। मौसम विभाग ने जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इस बीच, मराठवाड़ा क्षेत्र की 11 प्रमुख सिंचाई परियोजनाओं में जल भंडारण क्षमता 90.03 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सात बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन के अनुसार, मंगलवार को सुबह तक इन परियोजनाओं से कुल 2,94,114 क्यूसेक पानी गोदावरी नदी घाटी में छोड़ा गया।

हवाई सेवाएं प्रभावित

मुंबई में भारी बारिश के कारण राज्य के एयरपोर्ट पर मंगलवार को कम से कम आठ उड़ानों का रूट परिवर्तित कर दिया गया तथा कई उड़ानों में देरी हुई। एयरलाइन कंपनी ने यात्रियों को लगातार बारिश के कारण उड़ानों में हो रही देरी के बारे में सूचित किया। सूत्रों के अनुसार, विमानन कंपनी इंडिगो की छह उड़ानें तथा स्पाइसजेट और एयर इंडिया की एक-एक उड़ान को सूरत, अहमदाबाद और हैदराबाद सहित निकटवर्ती एयरपोर्ट पर भेजा गया। मुंबई में स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है।

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