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'ऑपरेशन सिंदूर' में शामिल जवानों को किया जाएगा सम्मानित! 36 को मिलेगा वीरता पुरस्कार, 9 IAF अधिकारियों को वीर चक्र

Independence Day 2025 News: 'ऑपरेशन सिंदूर' में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 36 वायुसेना के जवानों के लिए वीरता पुरस्कारों की घोषणा की गई है। इसमें एक शौर्य चक्र, 9 वीर चक्र और 26 भारतीय वायुसेना मेडल (गैलेंट्री) दिए जाएंगे। आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने वाले लड़ाकू पायलटों को प्रतिष्ठित वीर चक्र से सम्मानित किया गया

अपडेटेड Aug 14, 2025 पर 9:54 PM
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Happy Independence Day 2025: भारतीय वायु सेना के 9 लड़ाकू पायलटों को प्रतिष्ठित वीर चक्र से सम्मानित किया जाएगा

Happy Independence Day 2025: भारत सरकार ने गुरुवार (14 अगस्त) को 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 'ऑपरेशन सिंदूर' में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 36 वायुसेना के जवानों के लिए वीरता पुरस्कारों की घोषणा की। इसमें एक शौर्य चक्र, 9 वीर चक्र और 26 भारतीय वायुसेना मेडल (गैलेंट्री) दिए जाएंगे। 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने वाले लड़ाकू पायलटों सहित 9 भारतीय वायु सेना अधिकारियों को प्रतिष्ठित वीर चक्र से सम्मानित किया गया। यह भारत का तीसरा सर्वोच्च वीरता पदक है।

भारत ने सैन्य सम्मानों की अपनी वार्षिक लिस्ट में सशस्त्र बलों के कर्मियों की वीरता के कार्यों और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की योजना और क्रियान्वयन में शामिल वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की भूमिका को मान्यता दी। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले में शामिल भारतीय वायुसेना के पायलटों के साथ-साथ S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को संचालित करने वाले उन पायलटों को भी यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया हैउन्होंने 7 से 10 मई के बीच दोनों देशों के बीच संघर्ष के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

वायु सेना उप प्रमुख एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी, वायु सेना उप प्रमुख एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती, भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा उन शीर्ष सैन्य अधिकारियों में शामिल हैं। उन्हें सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा।

दक्षिण पश्चिमी वायु कमान और पश्चिमी वायु कमान का नेतृत्व कर रहे क्रमशः एयर मार्शल नागेश कपूर और एयर मार्शल जितेंद्र मिश्रा को भी सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक प्रदान किया जाएगा। वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह को भी सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक के लिए नामित किया गया है। उन्होंने पश्चिमी नौसेना कमान के 'फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ' के रूप में पहलगाम हमले के बाद नौसेना के संसाधनों की तैनाती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल तरुण सोबती को उत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने पहलगाम हमले के बाद नौसेना की तैनाती रणनीति को अंतिम रूप देने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। भारतीय वायु सेना के नौ लड़ाकू पायलटों को प्रतिष्ठित वीर चक्र से सम्मानित किया जाएगा।


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के लिए 127 वीरता पुरस्कार और 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कारों को मंजूरी दी। इनमें चार कीर्ति चक्र, 15 वीर चक्र, 16 शौर्य चक्र, दो बार टू सेना पदक (वीरता), 58 सेना पदक (वीरता), छह नौसेना पदक (वीरता) और 26 वायु सेना पदक (वीरता) शामिल हैं।

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पुरस्कारों में 7 सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक, 9 उत्तम युद्ध सेवा पदक और 24 युद्ध सेवा पदक भी शामिल हैं। पीटीआई के मुताबिक, राष्ट्रपति ने 290 मेंशन-इन-डिस्पैच को भी मंजूरी दे दी है। इनमें से 115 भारतीय सेना से पांच भारतीय नौसेना से और 167 भारतीय वायु सेना से हैं। 'मेंशन-इन-डिस्पैच' एक सम्मान है जो भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों को दिया जाता है। विशेष रूप से उन लोगों को मिलता है जिन्होंने विशिष्ट वीरता या सराहनीय सेवा का प्रदर्शन किया है।

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